कर्ज से परेशान पिता ने बच्चों को दिया जहर और पत्नी के साथ खुद कर ली आत्महत्या
कर्ज ने एक और परिवार की जान ले ली । मामला भोपाल का है। रातीबड़ इलाके में रहने वाले एक ही परिवार के 4 लोगों ने आत्महत्या कर ली। परिवार में पति-पत्नी और दो बच्चे थे। बच्चों को पहले पिता ने जहर दिया फिर पत्नी के साथ फांसी पर झूल गया। घर से पुलिस को चार पन्नों का सुसाइड नोट मिला है। पुलिस जांच में जुट गई है। आत्महत्या करने वाले परिवार को रीवा का बताया जा रहा है।
भोपाल। सूत्रों के माने तो परिवार में चार सदस्य के दो बच्चे और पति पत्नी रहते थे। घटनास्थल पर पति पत्नी का शव फांसी के फंदे से लटका मिला। पास ही चार पन्नों का सुसाइड नोट भी मिला। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सुसाइड नोट में लिखा लोन वाले अब परेशान नहीं करेंगे
मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं मजबूर हूं। मेरे जाने के बाद शायद सब अच्छा हो जाएगा। साथ ही मेरे जाने के बाद मेरे परिवार वालों को लोन के लिए परेशान नहीं किया जाए। मैं पूरे परिवार से माफी मांगता हूं। हमें माफ कर दें। मेरा साथ यहीं तक था। मृतक का नाम भूपेंद्र विश्वकर्मा है। वहीं, बच्चे तीन और आठ साल के हैं।
ऑनलाइन लोन लेकर फंस गया था
मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा है कि ज्यादा कमाई की लालच में मैं एक ऑनलाइन कंपनी के चक्कर में फंस गया था। अपनी नौकरी के साथ मैं जुड़ा हुआ था। कैसे उस कंपनी के लोन के जाल में फंस गया। यह पता ही नहीं चला है। धीरे-धीरे मुझ पर कर्ज का जाल बढ़ता गया। मैं इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं दे पा रहा था। यहां तक की मेरी पत्नी को भी इसके बारे में जानकारी नहीं थी कंपनी के लोग मुझे ब्लैकमेल कर रहे थे। मेरा फोन उनलोगों ने हैक कर लिया था।
रिश्तेदारों में बदनाम कर रहे थे
सुसाइड नोट में उन्होंने आनलाइन लोन कंपनी के। टार्चर का जिक्र किया है। कंपनी वाले रिश्तेदारों और परिचितों को मैसेज कर रहे थे। कंपनी के रिकवरी एजेंट हमें लगातार धमकी देते थे। मैंने इसकी शिकायत साइबर क्राइम में की थी। अब मैं मुंह दिखाने के लायक नहीं बचा था। परिवार को खत्म करने का फैसला किया। पीड़ित ने सुसाइड नोट में लिखा है कि वह ईकॉमर्स कंपनी है, मैं कमाई के चक्कर में लोन लेकर उसमें पैसा लगाता रहा। कोविड के बाद 2022 में यह कंपनी बनी थी।
हमारा पीएम मत कराना
वहीं, सुसाइड नोट के अंत में पीड़ित ने लिखा है कि हमारी अंतिम इच्छा है कि पूरे परिवार का दाह संस्कार एक साथ करें। साथ ही हमारा कोई पोस्टमार्टम नहीं करवाया जाय।