लाड़ली बहनों के लिए सुनहरा अवसर, जीत सकेंगीे 5 हजार रुपए का इनाम

मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के तहत खाते में पहुंचे एक हजार रुपए का बहनें कैसे उपयोग कर रही हैं। यह इस प्रतियोगिता में बताना होगी। जिन लाड़लियों के मन की बात प्रेरणादायक होगा। उन्हें सम्मानित करने के साथ ही 5 हजार रुपए का इनाम भी दिया जाएगा। महिला बाल विकास विभाग ने इसके लिए प्रतियागिता का आयोजन किया है। इस पुरस्कार को पाने के लिए 5 जुलाई तक आवेदन करना होगा।

रीवा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की बहनों को स्वावलम्बी और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाने के लिए लाड़ली बहना योजना का शुभारंभ कर लगभग 1 करोड़ 25 लाख बहनों के खातों में 1209.64 करोड़ रूपये की राशि अंतरित की। महिला बाल विकास विभाग, हितग्राही बहनों को अपने मन की बात को साझा करने का मौका दे रहा है कि वह अपने खातों में आए एक हजार रूपये का उपयोग कैसे कर रहीं हैं। यदि उनके मन की बात, समाज मे महिला सशक्तिकरण और पोषण को बेहतर करने की दिशा में प्रेरणादायक होगी और उसका प्रस्तुतीकरण भी प्रभावी होगा, तो उसे सम्मानित किया जायेगा। विभाग  लाड़ली बहना योजना के हितग्राहियों के लिये एक प्रतियोगिता का आयोजन कर रहा है। जिसमें प्रदेश की सर्वश्रेष्ठ 10 प्रविष्टियों को 5 हजार रूपये से पुरस्कृत किया जाएगा। यह पुरस्कार राशि विजेता लाड़ली बहनों के डीबीटी सक्रिय खाते में ही भेजी जाएगी। पोर्टल में प्रविष्टियॉं भेजने की अंतिम तिथि 5 जुलाई है।
    प्रतियोगिता केवल मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की हितग्राही बहनों के लिये है। प्रतियोगिता में शामिल होने के लिये प्रतिभागी बहनों को मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का पंजीयन क्रमांक लिखना अनिवार्य होगा। पंजीयन क्रमांक के बिना प्रविष्टि को रद्द माना जाएगा। प्रतिभागी बहनों को अपने खातें में यह पैसा पाकर आपको कैसा लगा, आप इन पैसों का क्या कर रही है, लाड़ली बहना योजना महिलाओं के सशक्तिकरण में कैसे उपयोगी रहेगी, इन तीन बिन्दुओं पर अपनी मन की बात लिखना अनिवार्य होगा। एमपी माय गांव में प्रतिभागी को प्रविष्टि के साथ अपना पूरा नाम, गाँव/शहर का पिनकोड, लाड़ली बहना योजना का पंजीयन क्रमांक और अपना मोबाइल नम्बर अनिवार्य रूप से लिखना होगा। एक प्रतिभागी द्वारा केवल एक ही प्रविष्टि स्वीकार की जाएगी। प्रविष्टियों का चयन और अंतिम निर्णय विशेषज्ञ पैनल द्वारा किया जाएगा। इस संबंध में कोई भी पत्राचार नहीं किया जाएगा। प्रविष्टियाँ विषय से संबंधित होना चाहिए, किसी भी तरह की अनुचित एवं आपत्तिजनक शब्दावली प्रयोग करने की स्थिति में प्रविष्टि रद्द कर दी जाएगी।