सूखे की कगार पर प्रदेश, सीएम ने आधी रात निवास कार्यालय पर बुलाई बैठक
अगस्त महीने में बारिश नहीं हुई। किसानों की फसले सूखने की कगार पर पहुंच गई हैं। प्रदेश के कई जिलों पर सुखे का संकट मंडराने लगा है। इससे निपटने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने निवास कार्यालय पर ही अधिकारियों की बैठक बुला ली। अधिकारियों को अल्प वर्षा से निपटने के निर्देश जारी किए हैं।
भोपाल। मुख्यमंत्री Shivraj Singh Chouhan ने रविवार को निवास कार्यालय समत्व भवन में प्रदेश में अल्पवर्षा की स्थिति से निपटने के उपायों के संबंध में मंत्रीगणों एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अल्पवर्षा के कारण प्रदेश में खरीफ फसलों के बचाने, बिजली की बढ़ती मांग, ग्रामीण युवाओं को रोजगार देने और पेयजल की व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से जारी रखने की संभावित चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए राज्य सरकार पूरी ताकत से काम करेगी। संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार पूरी तरह किसानों के साथ खड़ी है।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि वे भगवान महाकाल से प्रार्थना करने उज्जैन जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अगस्त माह में वर्षा बहुत कम हुई है। अल्पवर्षा के कारण फसलें प्रभावित हो रही हैं। खरीफ की फसलें संकट में हैं। इस संकट की स्थिति से निपटने के लिए पूरी ताकत से काम करेंगे। बिजली की डिमांड भी बढ़ गई है। इसके लिए बेहतर व्यवस्था भी करेंगे । डेम से पानी छोड़कर फसलों को बचाया जाएगा । मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्रामीण युवाओं को रोजगार देने की व्यवस्था पर भी ध्यान दिया जाता रहेगा। पेयजल और निस्तार के पानी की व्यवस्था करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जल उपयोगिता समिति की बैठक जल्द कर लें। जहां पानी उपलब्ध है वहां डेम से पानी छोड़ने की व्यवस्था करें। डेमों का परीक्षण कर लें। डेमों में अभी कितना पानी उपलब्ध है, इसकी जानकारी भी लें। जिला प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए जाएं। किसानों को सिंचाई के संबंध में एडवाइजरी जारी करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बिजली की बेहतर व्यवस्था करें।