100 तोतों को रीवा कोर्ट के आदेश पर मिली आजादी, वन विभाग ने खुले आसमान में उड़ाया जानिए क्या थी वजह

छोटे से पिंजरे में 100 तोते ठूंस ठूंस कर भरे हुए थे। मरने की कगार पर थे। इनकी तस्करी की जा रही थी। पुलिस और वन विभाग ने इन्हें पकड़ कर कोर्ट में पेश किया तो जज ने तुरंत इन्हें आजाद करने का हुक्म दे दिया। वहीं इनकी तस्करी करने वाले आरोपी को कैद में डाल दिये। आरोपी को जेल भेज दिया गया। कोर्ट के आदेश पर पिंजरे में कैद तोतों को वापस खुले आसमान में उडऩे का मौका मिला।

100 तोतों को रीवा कोर्ट के आदेश पर मिली आजादी, वन विभाग ने खुले आसमान में उड़ाया जानिए क्या थी वजह

बस से नागपुर लेकर जा रहा था तस्कर, छोटे से पिंजरे में ठूंस ठूंस कर भरा था
पुलिस ने गश्त के दौरान पकड़ा, कोर्ट ने आरोपी को भेजा जेल
रीवा। मिली जानकारी के अनुसार सतना जिला के बेला चौकी पुलिस ने रात में गश्त के दौरान एक व्यक्ति को 100 तोतों के साथ गिरफ्तार किया। एक छोटे से पिजरे में तोते कैद थे। तोतों को पहले मुकुंदपुर भेजा गया। वहां से प्रकरण वन विभाग रीवा रेंज रीवा को मिला। आरोपी और तोतों को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रीवा के सामने प्रस्तुत किया गया। केस डायरी पेश की गई। जज ने आरोपी अनिल वर्मा उर्फ संजू निवासी कुठुलिया को जेल भेज दिया। वहीं पिजरे में कैद 100 नग गुलाबी माला वाले तातों को पिंजसे मुक्त करने का आदेश जारी कर दिया। वन विभाग को इन्हें मुक्त करने के पहले कुछ शर्तों का पालन करने के भी निर्देश दिए। जज ने कहा कि तोतों को मुक्त करने के पहले इनकी छायाचित्र लें। वीडियो भी बनाएं। यह सब कुछ अगली पेशी में प्रस्तुत करें।
कोर्ट के आदेश पर सभी को छोड़ा गया
कोर्ट के आदेश वन विभाग ने छोटे से पिंजरे में कैद तोतों को उन्मुक्त आकाश में छोड़ा। सभी तोतों को जज के निर्देश पर आजादी मिली। इन्हें तस्करी कर बाहर ले जाया जा रहा था। पुलिस और वन विभाग की सजगता से पकड़ में आए।
बाक्स...
बड़ी तस्करी का हुआ भांडाफोड़
बेला पुलिस की मुस्तैदी के कारण एक बड़े तस्करी का भांडाफोड़ हुआ है। तोतों को तस्कर बस से नागपुर लेकर जाते है। वन विभाग की पूछताछ में फिलहाल यही बात सामने आई है। इन तोतों को नागपुर में महंगी कीमतों में बेचा जाता है। रीवा के वन्यजीव तस्कर बड़े पैमाने पर बसो से इन तोतों को पिंजरे में बंद कर ले जाते हैं। इन पर किसी की नजर न पड़े। इसके लिए पिंजरे को बड़े छोले में भर लेते हैं। इस मामले में फिलहाल जांच जारी है। बड़े रैकेट का खुलासा वन विभाग कर सकती है।

वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत दर्ज हुआ मामला
वन्यजीवों की तस्करी करने वाले अनिल वर्मा उर्फ संजू के खिलाफ वन विभाग ने वन अपराध क्रमांक 209/20 के अंतर्गत धारा 2(16) बी, 9, 39,48ए, 51 वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया। कोर्ट में आरोपी को पेश किया गया। जहां से जज ने आरोपी को जेल भेज दिया है।
तोतों की हालत देखकर रूह कांप जाए
तस्कर ने एक छोटे से पिंजरे में तोतों को ठूंस ठंूस कर भरा हुआ था। उनकी हालत देखकर किसी की भी रूह कांप जाए। जज ने पिंजरे में कैद तोतों को देखते ही उन्हें तुरंत छोडऩे का आदेश दिया। एक के ऊपर एक तोते दबे हुए थे। ठीक तरह से वह सांस भी नहीं ले पा रहे थे।
----------
बेला चौकी पुलिस ने रात में एक व्यक्ति को तोतों के साथ पकड़ा था। पहले प्रकरण मुकुंदपुर भेजा गया। वहां से कार्रवाई के लिए हमारे पास आया। आरोपी और पिंजरे को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट के आदेश पर तोतों को छोड़ दिया गया है। आरोपी को जेल भेज दिया गया है। मामले की जांच जारी है। यह पूरा मामला तस्करी से जुड़ा हुआ है।
अम्बुज नयन पाण्डेय
रेंजर, रीवा रेंज