4 दुकानदारों ने सरेंडर किए 1.10 करोड़ जांच में सरेंडर हुए जीएसटी एईबी के हाथ लगे कच्चे चि_े
रीवा में हुई सबसे बड़ी रेड में राशि भी बड़ी सरेंडर हुई है। 1 करोड़ 10 लाख चार आभूषण दुकानदारों ने सरेंडर किए हैं। इन दुकानों की जांच में लूज पर्चियां भी हाथ लगी है। इनके पक्के रसीद दिखाने और मिलान करने के लिए दुकानदारों को 15 दिन का नोटिस जारी किया गया है।
रीवा। ज्ञात हो कि शुक्रवार को जीएसटी एईबी विंग सतना ने रीवा में चार ज्वेलरी शॉप पर दबिश दी थी। चारों दुकानें होलसेल का काम करती हैं। इन दुकानों में एक साथ 20 सदस्यीय टीम ने दबिश दी थी। दिन भर स्टॉक का मिलान किया गया। दूसरे दिन भी जांच पूरी हुई। जांच में काफी अनियमिता मिली। इस पर दुकानदारों ने 1 करोड़ 10 लाख रुपए सरेंडर किए हैं।
इन संस्थानों में दी गई थी दबिश
फोर्ट रोड सराफा बाजार में मौजूद आरके इंटरप्राइजेज संचालक राजीव कुमार सोनी, एसके ज्वेलर्स संचालक सुधीर सोनी के दुकान में दबिश दी गई। दोनों के संचालक भाई भाई है। इसके अलावा सांई आभूषण भंडार संचालक प्रह्लाद ताम्रकार, पार्थ ज्वेलर्स की संचालक समीक्षा ताम्रकार हैं। यह दोनों पति पत्नी हैं। इन चारों दुकानों में एक साथ दबिश दी गइ थ्ीी।
अभी और बढ़ सकती है पेनाल्टी की राशि
जीएसटी एईबी विंग के डिप्टी कमिश्नर उमेश त्रिपाठी ने बताया कि जांच के दौरान काफी लूज पेपर मिले हैं। कागजों में लिखपढ़ी की गई है। इसे जब्त किया गया है। दुकानदारों को नोटिस जारी किया गया है। कागजों में हुए लेनदेन का रिकार्ड मांगा गया है। रिकार्ड की जांच की जाएगी। यदि संचालकों ने रिकार्ड उपलब्ध नहीं करा पाया तो पेनाल्टी की राशि और बढ़ाई जाएगी।