देशभर के 554 रेलवे स्टेशन और मप्र के 33 स्टेशन रीडेव्हलप होंगे, पीएम ने किया प्रोजेक्ट का शिलान्यास

27 राज्यों के 300 से अधिक जिलों के 550 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प किया जाएगा। इसमें मप्र के करीब 33 रेलवे स्टेशन भी शामिल है। इस प्रोजेक्ट का पीएम मोदी ने शिलान्यास किया। पीएम ने इस दौरान कहा कि रेलवे से जुड़ी 2 हजार से अधिक परियोजनाओं का एक साथ शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। तीसरे टर्म की शुरुआत जून से होने वाली है।

देशभर के 554 रेलवे स्टेशन और मप्र के 33 स्टेशन रीडेव्हलप होंगे, पीएम ने किया प्रोजेक्ट का शिलान्यास
railway file photo

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देशभर के 554 रेलवे स्टेशन के रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया। इनमें मध्यप्रदेश के 33 स्टेशन शामिल हैं। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री दिल्ली से वर्चुअली जुड़े और रिमोट के जरिए प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन किया। पीएम ने कहा कि रेलवे से जुड़ी 2 हजार से अधिक परियोजनाओं का आज एक साथ शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इस सरकार के तीसरे टर्म की शुरुआत जून से होने वाली है। अभी से ही जिस स्केल-स्पीड पर काम होना शुरू हो गया है,  यह सभी को हैरत में डालने वाला है। उन्होंने कहा कि आपका सपना ही मोदी का संकल्प है। आपका सपना, आपकी मेहनत और मोदी का संकल्प विकसित भारत की गारंटी है।
40 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाएं एक साथ जमीन पर उतरीं
 प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 27 राज्यों के 300 से अधिक जिलों में 550 से ज्यादा रेलवे स्टेशन के कायाकल्प का शिलान्यास हुआ है। 1500 से ज्यादा रोड, ओवरब्रिज, अंडरपास भी इसमें शामिल हैं। 40 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाएं एक साथ जमीन पर उतर रही हैं। उन्होंने कहा कि कुछ महीने पहले हमने अमृत भारत रेलवे स्टेशन योजना की शुरुआत की थी। तब भी 500 से अधिक स्टेशन के आधुनिकीकरण पर काम हुआ। यह कार्यक्रम इसे और आगे बढ़ा रहा है। यह दिखाता है कि भारत की प्रगति की रेल किस गति से आगे बढ़ रही है। पीएम ने कहा कि आज होने वाले निवेश रोजगार की गारंटी हैं। आज पूरी दुनिया में भारत को निवेश के लिए सबसे आकर्षक माना जा रहा है। आने वाले पांच साल में जब यह हजारों स्टेशन आधुनिक हो जाएंगे, भारतीय रेल की क्षमता बढ़ जाएगी तो निवेश की एक और बहुत बड़ी क्रांति आएगी।
हमने सरकारी पैसों की लूट को बचाया
नदी-नहर में पानी चाहे कितना भी हो, अगर मेढ़ टूटी हो तो किसान के खेत तक बहुत कम पानी पहुंचेगा। इसी तरह बजट चाहे कितना भी हो, अगर घोटाले होते रहें, बेईमानी होती रहे तो जमीन पर उस बजट का असर कभी नहीं दिखता। पिछले दस साल में हमने बड़े-बड़े घोटालों को, सरकारी पैसों की लूट को रोका है।
पहले रेलवे के घाटे में रहने का रोना रोया जाता था
 दशकों तक रेलवे को हमारे यहां की स्वार्थ भरी राजनीति का शिकार होना पड़ा, लेकिन अब भारतीय रेल देशवासियों की यात्रा आसान कर रही है। जिस रेलवे के हमेशा घाटे में रहने का रोना रोया जाता था, आज वह परिवर्तन के सबसे बड़े दौर से गुजर रही है।
भारत को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए जुटा मोदी
 पहले रेलवे का बजट 45 हजार करोड़ के आसपास रहता था, आज 2.5 लाख करोड़ रुपए से अधिक का है। जब हम दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनेंगे तो हमारा सामथ्र्य कितना अधिक बढ़ेगा। मोदी भारत को जल्द से जल्द दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए जी-जान से जुटा है।
मप्र के इन रेलवे स्टेशनों का होगा कायाकल्प
अमृत रेलवे स्टेशन योजना के तहत इंदौर, मंदसौर, सीहोर, मक्सी, नागदा जंक्शन, नीमच, खाचरोद, शुजालपुर, बालाघाट जंक्शन, छिंदवाड़ा जंक्शन, मंडला फोर्ट, नैनपुर, सिवनी, अनूपपुर, बिजूरी, शहडोल, उमरिया, भिंड, दतिया, हरपालपुर, मुरैना, अशोकनगर, खिरकिया, सांची, शाजापुर, नरसिंहपुर, पिपरिया, ब्यौहारी, बरगवां, जबलपुर, उज्जैन, बीना और खंडवा रेलवे स्टेशन को अपग्रेड किया जाएगा। 3276 करोड़ रुपए से मध्यप्रदेश के इन 33 स्टेशनों के पुनर्विकास के साथ 133 रोड ओवरब्रिज और अंडरपास भी बनाए जाएंगे।
ये सुविधाएं दी जाएंगी
-    लिफ्ट, एस्केलेटर
-    एग्जीक्यूटिव लाउंज
-    वेटिंग एरिया
-    शॉपिंग जोन
-    फूड कोर्ट
-    किड्स गेमिंग जोन
-    दिव्यांगजन सुविधाएं
-    बेहतर पार्किंग
-    सीसीटीवी मॉनिटरिंग
-    फ्री वाई-फाई
-    दोनों तरफ से प्लेटफार्म
पर एंट्री-एग्जिट गेट
-    बेहतर लाइटिंग
-    ग्रीन और रिन्यूएबल एनर्जी का इस्तेमाल
-    रेलवे स्टेशन को मेट्रो, बस स्टैंड से जोड़ेंगे।