घर से सोते समय गायब हुई 9 महीने की मासूम जंगल में मिली, चरवाहों को सुनाई दी थी रोने की आवाज

मॉ के साथ घर में सोते समय रात में गायब हुई 9 माह की दुधमुंही बच्ची चार दिन बाद जंंगल से रहस्यमय तरीके से बरामद कर ली गई है। बच्ची के साथ कोई अनहोनी नहीं हुई। उसके शरीर पर कोई खरोच तक के निशान नहीं मिले। बच्ची के मिलने के बाद अब पुलिस की जांच और उलझ कर रह गई है। बच्ची को घर से गायब करने वाले का सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस तलाश में जुटी है।

घर से 7 किमी दूर जंगल में मिली बच्ची
चारवाहों ने रोने की आवाज सुनी तो मौके पहुंचे
रीवा।  गढ़ थाना क्षेत्र के बरहट गांव से घर से लापता हुई 9 माह 26 दिन की मासूम चौथे दिन बरहट गांव से करीब 7 किलोमीटर दूर चिकिनिया के जंगल में मिली। 4 दिन पूर्व बच्ची के लापता होने की सूचना परिजनों ने गढ़ थाना पुलिस को दी थी। शनिवार को बकरी चराने गए चरवाहे रामपाल पाल ने बच्ची के रोने की आवाज सुनी। जिसके बाद उसके द्वारा बरहट जनपद सदस्य व सरपंच को मामले की सूचना दी जिसके बाद पुलिस और परिजनों को जैसे ही इसकी जानकारी मिली मौके पर ग्रामीणों सहित पुलिस अधिकारी पहुंचे और बच्ची को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंगेव भेजा गया। जहां बच्ची पूरी तरह स्वस्थ्य बताई गई है, बताया गया कि फिलहाल गंगेव से बच्ची को रीवा के गांधी स्मृति चिकित्सालय के बच्चा वार्ड में रखा गया है। जहां वह अब पूरी तरह से स्वस्थ्य बताई गई है।  बच्ची का अपहरण किसने किया इसका खुलासा पुलिस नहीं कर सकी है। पुलिस परिजन और ग्रामीणों से पूरी घटना की जानकारी जुटाने में लगी हुई है।
11 सितंबर को अचानक गायब हो गई थी बच्ची
घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक चार दिन पूर्व गढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम बरहट निवासी विमलेश साकेत की 9 माह की मासूम बच्ची श्रेया उस वक्त लापता हो गई थी जब माता-पिता  बेटी साथ में घर के अंदर सो रहे थे, रात में अचानक बच्ची लापता हो गई थी। 11 सितंबर को परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस को दी थी। जानकारी के बाद पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा था और बीते चार दिनों से लगातार बच्ची की तलाश की जा रही थी इसी बीच शनिवार की दोपहर मासूम बच्ची के पिता को सूचना मिली कि उनकी बेटी पास के जंगल में झूले के पेड़ में बंधी हुई है जिसके बाद पुलिस सहित परिजन  मौके पर पहुंचे और बच्ची को सकुशल बरामद किया गया है।