हाथियों के झुंड ने डाला डेरा, सुबह चले जाते हैं रात को फिर लौट आते हैं, अब भोपाल से निरीक्षण करने आ रहे पीसीसीएफ

छत्तीसगढ़ से विंध्य क्षेत्र में पहुंचे हाथियों के दल ने वन विभाग की नींद उड़ा दी है। हाथियों का कॉरीडोर नष्ट होने से अब वह रीवा और सतना के जंगलों में नया ठिकाना तलाश रहे हैं। देवलोंद बांध के किनारे दिन में पहुंच जाते हैं और रात होते ही जंगल लौट जाते हैं। इनके मूव्हमेंट पर वन विभाग की टीम नजर जमाए हुए हैं। अभी हाथियों को लेकर वन विभाग कुछ तय नहीं कर पाई है। भोपाल से 8 नवंबर को पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ आएंगे। इसके बाद इन्हें किस दिशा में भेजना है यह तय किया जाएगा।

देवलोंद बांध के किनारे पपौध गांव के खुले मैदान को बनाया हाथियों ने नया ठिकाना
पीसीसीएफ वाइल्ड लाइन के निरीक्षण के बाद उठाया जाएगा नया कदम
रीवा। ज्ञात हो कि पिछले पांच दिनों से छत्तीसगढ़ से हाथियों के एक झुंड ने मुकुंदपुर जंगल के आसपास डेरा जमा रखा है। यह छत्तीसगढ़ के रास्ते होते हुए पहले सिंगरौली पहुंचे फिर संजय टाइगर रिजर्व डुबरी से देवलोंद बांध के किनारे तक पहुंच गए हैं। पपौध गांव इनकी फिलहाल पसंदीदा जगह बन गई है। हाथियों के झुंड ने देवलोंद के किनारे खुली जगह पर अपना नया ठिकाना तलाश रहे हैं। यही वजह है कि यह दिन में तो ग्रामीण क्षेत्र से गायब हो जाते हैं लेकिन रात में फिर इसी जगह पर एक्टिव हो जाते हैं। इनका मूल्वमेंट खत्म नहीं हो रहा है। इनकी निगरानी के लिए वन विभाग के अधिकारियों की टीम तैनात की गई है। पिछले पांच दिनों से रातभर जाग कर टीम इनके मूव्हमेंट पर नजर रख रही है। फिलहाल हाथियों ने किसी तरह का नुकसान नहीं किया गया है। वन विभाग की टीम ग्रामीणों को भी समझाइश दे रही है। उन्हें भी सतर्क कर रही है।
इसलिए पसंद आ रही है यह जगह
सिंगरौली के जंगल पहले हाथियों के लिए पसंदीदा जगह थी। कोल ब्लाक के कारण जंगल और उनके कॉरीडोर नष्ट हो गए। ऐसे में हाथियों का झुंड अब नए ठिकाने की तलाश कर रहे हैं। पिछले पांच दिनों से देवलोंद बांध के पास सोन नदी के किनारे खुली जगह को हाथियों ने अपना ठिकाना बना रखा है। खास बात यह है कि हाथियों का दल खेत और घरों को छोड़कर सिर्फ खुली मैदानी भाग में ही विचरण कर रहे हैं। वहीं पर रात में इनकी मूव्हमेंट देखने को मिल रही है। अब तक इनके कारण किसी को नुकसान नहीं पहुंचा है। सोन नदी के किनारे के गांव हाथियों को पसंद आ रहा है। यहां पानी के साथ ही खाने के लिए भी पर्याप्त चीजें हैं, इसलिए हाथियों को यहां के क्षेत्र पसंद आ रहा है।
निरीक्षण करेंगे पीसीसीएफ फिर तय होगा क्या करना है
हाथियों के मूव्हमेंट की जानकारी भोपाल भेजी गई है। लगातार रिपोर्टिंग की जा रही है। हाथियों का मूव्हमेंट मुकुंदपुर के आसपास बना हुआ है। यही वजह है कि अब इसके निरीक्षण के लिए 8 दिसंबर को पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ सतना, रीवा के दौरे पर पहुंच रहे हैं। पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ मौके पर पहुंच कर निरीक्षण करेंगे। इसके बाद ही हाथियों पर निर्णय लिया जाएगा। निरीक्षण के बाद तय होगा कि इन्हें किस दिशा में भेजा जाए। संजय टाइगर डुबरी या फिर बांधवगढ़ की तरफ इन हाथियों को झुंड को भेजा जा सकता है।
टीम बदल बदल कर निगरानी कर रही
हाथियों की निगरानी के लिए वन विभाग के एसडीओ की टीम लगाई गई है। दो दल तैनात किए गए हैं। इस टीम के अधिकारी बदल बदल कर रात में ड्यूटी कर रहे हैं और हाथियों के मूव्हमेंट पर नजर रखे हुए हैं। पूरी रात वन विभाग के अधिकारियों और वनकर्मियों की दहशत में कट रही है। फिलहाल तो किसी तरह का निगरानी के दौरान खतरा नहीं है। हाथियों का झुंड भी नुकसान नहीं पहुंचा रहे है लेकिन ग्रामीणों को समझाने में वन विभाग के अधिकारियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। ग्रामीण हाथियों के मूव्हमेंट को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं।