गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज की तीन सदस्यीय कमेटी ने की जांच, सब कुछ मिला ओके फिर जगी मान्यता मिलने की आस

सरकारी नर्सिंग कॉलेज की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने रिटायर्ड हाईकोर्ट जज, रिटायर्ड आईएएस और ट्राइबल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर रीवा पहुंचे। कमेटी दो दिनों तक निरीक्षण करेगी। नर्सिंग कॉलेज का टीम के सदस्यों ने कोना कोना देखा। डीन, अधीक्षक और नोडल अधिकारी टीम के साथ थे। कमेटी के सदस्य नर्सिंग कॉलेज की व्यवस्थाएं देखकर गदगद हो गए। बुधवार को फिर टीम आएगी। अंतिम कार्रवाई पूरी कर वापस लौट जाएगी।

गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज की तीन सदस्यीय कमेटी ने की जांच, सब कुछ मिला ओके फिर जगी मान्यता मिलने की आस

टीम में रिटायर्ड हाईकोर्ट जज, रिटायर्ड आईएएस और विवि के वाइस चांसलर हैं शामिल
नर्सिंग कॉलेज का कोना कोना देखा, फिर कर्मचारियों के दस्तावेजों की भी जांच की
रीवा। ज्ञात हो कि हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने रीवा के गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज की जांच की थी। जांच में सरकारी नर्सिंग कॉलेज संचालन योग्य नहीं पाई गई थी। कॉलेज के पास बिल्डिंग तक नहीं थी। जहां पर कॉलेज का संचालन किया जा रहा था। वह काफी जर्जर हालत में थी। इसके अलावा स्टाफ के रिकार्ड भी नहीं मिले थे। इसके कारण सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में कॉलेज को अनसुटेबल बता दिया था। हाईकोर्ट को रिपोर्ट भेज दी थी। हाईकोर्ट ने रीवा नर्सिंग कॉलेज की मान्यता पर रोक लगा दी थी। साथ ही शासन ने भी नर्सिंग कॉलेज को सील कर दिया था। लंबे समय बाद नर्सिंग कॉलेज की दोबारा मान्यता बहाल कराने की कवायद शुरू की गई। श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के तृतीय तल पर नर्सिंग कॉलेज को जगह दी गई। इसके बाद मान्यता के लिए हाईकोर्ट से बनाई गई कमेटी के पास अपील की गई। कमेटी के सदस्यों ने कॉलेज की अपील को स्वीकार किया और दो दिन के निरीक्षण पर मंगलवार को रीवा पहुंची। तीन सदस्यीय टीम ने पहले दिन नर्सिंग कॉलेज का निरीक्षण किया और स्टाफ के दस्तावेजों का अवलोकन किया। बुधवार को भी टीम रीवा में रहेगी। फिर से कॉलेज की जांच करने आएंगी। टीम के निरीक्षण के दौरान डीन डॉ सुनील अग्रवाल, अधीक्षक डॉ राहुल मिश्रा, नर्सिंग कॉलेज के नोडल अधिकारी डॉ भास्कर रेड्डी मौजूद रहे। इसके अलावा व्यवस्थाएं बनाने में हाईट्स के वरिष्ठ अधिकारी पुष्पेन्द्र पाठक, एजाइल के कार्यकारी प्रबंधक पीयूष शुक्ला, सुपरवाइजर पुष्पराज पाण्डेय, मुख्य सुरक्षा अधिकारी देवेन्द्र शुक्ला मौजूद रहे।
जांच कमेटी में यह रहे शामिल
हाई कोर्ट से अमान्य और निरस्त किए गए नर्सिग कॉलेज की मान्यता की सुनवाई के लिए तीन सदस्यीय स्वतंत्र कमेटी बनाई हुई है। इस कमेटी में हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज राजेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, रिटायर्ड आईएएस अधिकारी आरएस जुलानिया व तीसरे सदस्य के रूप में इंद्रा गांधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी अमरकंटक जिला अनूपपुर के वाइस चांसलर प्रकाशमणि त्रिपाठी को शामिल किया गया है। रिटायर्ड जज के नेतृत्व में ही यह कमेटी काम कर रही है। इसी कमेटी के पास गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज के मान्यता को लेकर अपील की गई थी।


तीन सदस्यीय टीम ने किया सभी विभागों का निरीक्षण
नर्सिंग कॉलेज का निरीक्षण करने टीम सुबह 11 बजे श्याम शाह मेडिकल कॉलेज पहुंच गई थी। टीम का डीन और अधीक्षक ने स्वागत किया। इसके बाद टीम सीधे निरीक्षण करने श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के तृतीय तल पर पहुंच गई। यहां हर विभाग का निरीक्षण किया गया। टीम ने लेक्चर हाल, म्यूजियम, वयस्क स्वास्थ्य नर्सिंग एवं उन्नत नर्सिंग सहित मौलिक नर्सिंग प्रयोगशाला, सामुदायिक स्वास्थ्य नर्सिंग प्रयोगशाला, प्रसूति एवं स्त्री रोग नर्सिंग प्रयोगशाला, फैकल्टी रूम, पोषण प्रयोगशाला, स्टोर रूम, लाइब्रेरी, कम्प्यूटर लैब, बाल स्वास्थ्य नर्सिंग प्रयोगशाला, ऑडियो विजुअल एड्स कक्ष का टीम ने निरीक्षण किया। इस दौरान जब टीम लाइब्रेरी पहुंची तो वहां का नजारा देखकर ही टीम के होश उड़ गए। लाइब्रेरी हाल इतना बड़ा था कि अधिकारी देखकर ही भौचक्का रह गए।
अधिकारियों को मान्यता बहाली का पूरा भरोसा
जिस तरीके से नर्सिंग कॉलेज को स्थापित करने के लिए मेडिकल कॉलेज की टीम ने मेहनत की। उसे देखते हुए पूरी टीम ही अब मान्यता मिलने को लेकर आश्वस्त हैं। टीम ने नर्सिंग कॉलेज के मापदंडों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। मापदंडों से भी अधिक व्यवस्थाएं कॉलेज में की गईं हंै। पर्याप्त लेक्चरर रूम, प्रयोगशाला और स्थान की व्यवस्था की गई है। मानक का पूरा ध्यान रखा गया है। मुख्य समस्या भवन की थी। इसे भी पूरा कर लिया गया है। श्याम शाह मेडिकल कॉलेज का थर्ड फ्लोर ही पूरा का पूरा नर्सिंग कॉलेज को दे दिया गया है।
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नर्सिंग कॉलेज को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गईं थी। मान्यता को लेकर जो मापदंड थे। उसे पूरा किया गया। कमेटी के सदस्यों ने निरीक्षण किया है। अब कमेटी को निर्णय है, क्या लेती है। यह उनके ऊपर है।
डॉ सुनील अग्रवाल
डीन, श्याम शाह मेडिकल कॉलेज रीवा
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