वारंटी को पकडऩे गए थे एएसआई, रेत माफिया ने ट्रैक्टर से कुचकर मार डाला
शहडोल के ब्यौहारी में फिर रेत माफियाओं ने एक की जान ले ली। इस मर्तबा पुलिस विभाग के एएसआई को ट्रैक्टर चढ़ा कर मार डाला गया। इसके पहले एक पटवारी को कुचल दिया था। एएसआई एक वांटेड को पकडऩे गए थे। अवैध रेत ट्रैक्टर दिखा तो उसे रोकने लगे। तभी उन पर ट्रैक्टर चढ़ाकर मार डाला गया। एएसआई सतना जिला के निवासी है। उनका शव जब गांव पहुंचा तो लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। सतना एसपी ने भी शव को कंधा दिया।
ट्रैक्टर मालिक के घर चला बुलडोजर, आरोपी ड्राइवर और एक अन्य गिरफ्तार
राजकीय सम्मान के साथ उनके गृह ग्राम में दी गई अंतिम विदाई
शहडोल। जानकारी अनुसार ब्यौहारी थाने में पदस्थ एएसआई महेंद्र बागरी पदस्थ थे। एक आपराधिक मामले में फरार स्थायी वारंटी को पकडऩे बड़ौली गांव गए थे। एएसआई गया प्रसाद कन्नौजे और आरक्षक संजय दुबे उनके साथ थे। इसी दौरान खढौली गांव के पास सामने से ट्रैक्टर-ट्रॉली आता दिखा। बागरी ने उसे रोकने का इशारा किया लेकिन ड्राइवर उन्हें कुचलता हुआ ट्रैक्टर-ट्रॉली को आगे बढ़ा ले गया। वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रैक्टर-ट्रॉली को जब्त कर लिया।
भागने की कोशिश में पलटा ट्रैक्टर
एसपी कुमार प्रतीक ने बताया कि ट्रैक्टर चालक राज समधिन नदी से रेत भरकर ला रहा था। एएसआई को कुचलने के बाद वह ट्रैक्टर से कूद गया। इसके बाद ट्रैक्टर बेकाबू होकर पुल से नीचे जा गिरा। दूसरा गिरफ्तार आरोपी आशुतोष, सुरेंद्र सिंह का बेटा है, जो अपनी देखरेख में रेत चोरी करा रहा था। उन्होंने कहा कि सुरेंद्र और आशुतोष को जिला बदर किया जाएगा।
मार्च माह में ही हुई थी ब्यौहारी में पोस्टिंग
एएसआई महेंद्र बागरी की पोस्टिंग ब्यौहारी थाने में 3 मार्च 2024 को हुई थी। इसके पहले वे पुलिस लाइन शहडोल में पोस्टेड थे। बागरी मूल रूप से सतना जिले के सिंहपुर थाना इलाके के मसनहा गांव के रहने वाले थे, उनकी पत्नी दुर्गावती बागरी शहडोल में पुलिस लाइन स्थित सरकारी आवास में ही रह रही हैं। बागरी की आयुषी, परी और सिवी तीन बेटियां हैं।
ट्रैक्टर मालिक पर 30 हजार रुपए का इनाम
एडीजीपी डीसी सागर ने बताया कि बागरी के साथ गए पुलिसकर्मियों ने अफसरों को मामले की जानकारी दी। जमोड़ी गांव के रहने वाले ट्रैक्टर ड्राइवर राज रावत उर्फ विजय और उसके साथी आशुतोष को रात में ही गिरफ्तार कर लिया था। वहीं, ट्रैक्टर मालिक सुरेंद्र सिंह की तलाश में पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं, उस पर 30 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। सुरेंद्र अगस्त में रेत चोरी के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है। एएसआई के हत्यारों पर भादवि की धारा 302, 379, 414 और 34 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
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घर पर चला बुलडोजर
एएसआई की हत्या करने वाले रेत माफिया व ट्रैक्टर चालक के अवैध मकान पर प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया है। रेत माफिया सुरेन्द्र सिंह सहित ट्रैक्टर चालक राज रावत कोल के अवैध निर्माण जमींदोज कर दिए गए हैं। कार्रवाई के द ौरान मौक्े पर जिला प्रशासन व पुलिस बल मौजूद रहा।
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इसके पहले पटवारी की हुई थी हत्या
इसके पहले रेत माफियाओं ने एक पटवारी को भी कुचलकर मार डाला था। इस हादसे को अभी ज्यादा दिन भी नहीं हुए कि एक पुलिसकर्मी इन रेत माफियाओं का शिकार हो गया। शहडोल जिला रेत माफियाओं का गढ़ बन चुका है। इनके आगे पुलिस और प्रशासन भी पस्त है। इस अवैध कारोबार में कई सफेद पोशों का हाथ है इसलिए इस कारोबार को रोकपाने में पुलिस और प्रशासन असफल हो रहा है।
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सतना के मसनहा के हैं एएसआई महेन्द्र बागरी
ब्यौहारी में जिस एएसआई महेन्द्र बागरी की हत्या की गई है। वह मूल रूप से सतना िजला के मसनहा के रहने वाले हैं। जैसे ही उनकी हत्या किए जाने की खबर सतना और उनके गांव पहुंचे। उनके घर के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई। उनका जब शव गांव पहुंचा तो उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए गांव सहित आसपास के गांव के लोगों की भी भीड़ लग गई। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंच गए।
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राजकीय सम्मान के साथ किया गया विदा
दिवंगत एएसआई महेन्द्र बागरी को राजकीय सम्मान के साथ विदा किया गया। इस दौरान मौके पर एसपी आशुतोष गुप्ता, नागौद एसडीओपी विदिता डागर, आईपीएस आशुतोष बागरी, रक्षित निरीक्षक देविका सिंह बघेल, थाना प्रभारी शैलेन्द्र पटेल सहित अन्य पुलिसकर्मी मौजूद रहे। एसपी ने एसपी सतना ने भी शव को कंधा दिया।
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शहीद का दर्जा दिलाने लिखा पत्र
सतना सांसद गणेश सिंह ने एएसआई महेन्द्र बागरी को शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग की है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है।