गालीबाज डीएफओ: वनरक्षक को बंगले पर बुलाया की गाली-गलौज, मारने को भी दौड़े

रीवा डीएफओ विवादों में आए हैं। उन्होंने एक वनरक्षक को बंगले पर बुलाकर उसके साथ गाली गलौज की। फिर मारने के लिए भी दौड़े। इसकी शिकायत वनरक्षक ने मुख्य वन संरक्षक वन वृत्त रीवा से की है।

गालीबाज डीएफओ: वनरक्षक को बंगले पर बुलाया की गाली-गलौज, मारने को भी दौड़े

रीवा। वन मंडल रीवा में पदस्थ वनरक्षक आयुष तिवारी ने मुख्य वन संरक्षक रीवा वृत्त से शिकायत की है कि वन मंडल अधिकारी अनुपम शर्मा ने उन्हें आवास में बुलाकर उनके साथ गाली गलौज की है। शिकायत में कहा है कि 29 जून को अनुसंधान एवं विस्तार की रोपनी रीवा से कैजुअल्टी कार्य के लिए गाड़ी में पौधे लोड करवाए जा रहे थे। इस दौरान रोपड़ संबंधी कुछ आवश्यक मार्गदर्शन के लिए परिक्षेत्र सहायक रीवा ने वन मंडल अधिकारी रीवा से फोन पर संपर्क किया । डीएफओ रीवा ने आदेश दिया कि आयुष को उनके आवास पर भेज दिया जाए । आवास में पहुंचने के उपरांत डीएफओ रीवा ने दूरभाष में ही निर्देश देकर वापस भेज दिया। जैसे ही आयुष वन मंडल कार्यालय रीवा पहुंचे। डीएफओ ने वापस बंगले बुला लिया ।

बांग्ला पहुंचने पर उन्होंने विभागीय कार्य के  संबंध में चर्चा की। चर्चा के दौरान आयुष का फोन उन्होंने जप्त कर लिया। इसके बाद आयुष को मां बहन की गाली देने लगे । जान से मारने की धमकी दी।  गाली देने का का आयुष ने विरोध किया तो डीएफओ उसे मारने के लिए दौड़े वनरक्षक आयुष तिवारी ने सीसीएफ रीवा से लिखित शिकायत की है । साथ ही डीएफओ के इस कृत्य के बाद वह डरा हुआ भी है। लिखित शिकायत में उसने यह कहा है कि यदि उसके साथ किसी भी तरह की घटना अप्रिय घटना होती है तो डीएफओ रीवा जिम्मेदार होंगे। सूत्रों की माने तो आयुष से गाली गलौज किए जाने के बाद उसका स्थानांतरण भी कर दिया गया है।

लंबे समय से प्रताड़ित है कर्मचारी 

डीएफओ के कृत्य से वन विभाग के कर्मचारी लंबे समयसे परेशान है। डीएफओ पर कर्मचारियों ने पहले भी आरोप लगाए हैं कि वह उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं लेकिन लिखित रूप में पहली बारसामने आई है। डीएफओ कर्मचारियों के फोन भी चेक करते रहते हैं। कर्मचारियों का फोन बंद कराने के बाद कार्यालय में उनकी क्लास लेते हैं। उन्हें कर्मचारियों पर जानकारी वायरल करने का शक रहता है। वह अपने ओहदे और पहुंच का भी डर दिखाते हैं। उनकी यह करतूत सामने आ गई है।