मुकुंदपुर चिड़ियाघर में विंध्या के बाद फिर हुई एक वन्यजीव की मौत

मार्तंड सिंह जूदेव चिड़ियाघर में फिर एक वन्य जीव की मौत हो गई है।यहां मौत का सिलसिला रुक ही नहीं रहा है। वन्यजीवों की संख्या बढ़ने के पहले ही घटने लगती है । दिल्ली से सफेद बाघ लाया गया तो वहीं एक वन्य जीव कम हो गया। हद तो यह है कि जिस दिन इस वन्य जीव की मौत हुई थी । उसी दिन चिड़ियाघर में बटरफ्लाई पार्क शुभारंभ का आयोजन हो रहा था।

मुकुंदपुर चिड़ियाघर में विंध्या के बाद फिर हुई एक वन्यजीव की मौत

सतना। वन्य जीव प्रेमियों के लिए एक दुखद खबर सामने आई है। मार्तंड सिंह जूदेव चिड़ियाघर एवं व्हाइट टाइगर सफारी में स्लाथ बियर जामवंत की मौत हो गई है । मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है लेकिन सूत्रों की मानें ने तो बीयर लंबे समय से बीमार चल रहा था। उसका चिड़ियाघर के डॉक्टर ही इलाज कर रहे थे ।इलाज के दौरान ही स्लाथ बियर ने 3 सितंबर को अंतिम सांस ली। मौत के बाद बियर का पीएम कराया गया। पीएम के बाद वन विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में उसका अंतिम संस्कार किया गया। सैंपल को जांच के लिए जबलपुर भेजा जाएगा। जहां रिपोर्ट आने के बाद ही भालू जामवंत की मौत की वजह स्पष्ट हो पाएगी। मार्तंड सिंह जूदेव चिड़ियाघर में अब तक कई वन्य जीवों की मौत हो चुकी है। हाल ही में विंध्या ने भी दम तोड़ा था। उसके बाद जामवंत की मौत ने प्रबंधन को झटका दे दिया है ।एक तरफ तो प्रबंधन पर्यटन प्रेमियों के लिए वन्यजीवों को दूर-दूर से यहां लाने की कवायद कर रहा है। वहीं इनका यूं ही साथ छोड़ कर चले जाना उन्हें कल रहा है।

जिस दिन जामवंत ने थोड़ा दम उस दिन खुशियां मन रहीं थीं

मार्तंड सिंह जूदेव चिड़ियाघर में 3 सितंबर को जामवंत ने दम तोड़ दिया था। 3 सितंबर को एक तरफ जहां चिड़ियाघर में एक वन्य जीव की मौत हो गई थी। वहीं दूसरी तरफ यहां खुशियां मनाई जा रही थी। यहां सरकार के दिग्गज मंत्री तक मौजूद थे। बटरफ्लाई पार्क का उद्घाटन किया गया था ।रेप्टाइल्स बाड़े का भूमि पूजन तक हुआ ।सफेद बाघ टीपू को बाड़े में छोड़ा गया । लेकिन जामवंत की मौत पर दुख किसी ने नहीं जताया। सभी खुशियां मनाने में व्यस्त थे।