किशोरी की हत्या करने के बाद परिजनों की मदद करता रहा हत्यारा, खून से लथपथ किशोरी को अस्पताल भी पहुंचाया

चोरहटा थाना अंतर्गत डाढ़ी में हुई किशोरी की हत्या का चोरहटा पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही खुलासा कर दिया। हत्या करने वाला ही परिजनों की मदद में लगा रहा। मां ने उसी व्यक्ति से मदद मांगी जिसने हत्या की थी। किशोरी को खून से लथपथ हालत में अस्पताल भी पहुंचाया। जब पुलिस ने युवक को पकड़ा तो परिजनों के होश उड़ गए। उन्हें विश्वास ही नहीं था कि युवक ऐसा कर सकता है।

किशोरी की हत्या करने के बाद परिजनों की मदद करता रहा हत्यारा, खून से लथपथ किशोरी को अस्पताल भी पहुंचाया

प्यार में बेवफाई से आहत युवक ने की थी हत्या
किसी दूसरे से बातचीत करने लगी थी किशारी, इससे था नाराज
रीवा। चोरहटा थाना अंतर्गत डाढ़ी निवासी सतानंद मिश्रा पिता राममिलन मिश्रा उम्र 55 वर्ष  की नाबालिग पुत्री की हत्या कर दी गई थी। घर से सुबह 6.30 बजे किशोरी निकली थी। रास्ते में वह खून से लथपथ मिली थी। मां ने बेटी को घायल हालत में देखा तो शुभम यादव को मदद के लिए बुलाया। शुभम यादव की मदद से ही किशोरी को संजय गांधी अस्पताल तक पहुंचाया गया। अस्पताल में किशोरी को मृत घोषित कर दिया गया। किशोरी के शरीर पर गहरे चोट के निशान थे। पुलिस ने किशोरी की मौत के बाद जांच पड़ताल शुरू की। जांच पड़ताल में किशोरी के मोबाइल ने कई अहम राज उगले। जिससे पुलिस हत्यारे तक पहुंच पाई। हत्यारे का खुलासा होने के बाद परिजनों के होश ही उड़ गए हैं।
हत्यारा निकला प्रेमी, घर में भी था आना जाना
मृतक किशोरी का घर के पास ही रहने वाले सतना निवासी शुभम यादव  पिता रमेश यादव उम्र 18 वर्ष निवासी देवमऊ दलदल थाना रामपुर बघेलान से प्रेम प्रसंग चल रहा था। काफी लंबे समय से दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए थे। बीच में दोनों के बीच दूरियां बढ़ गई थी। किशोरी किसी और से बात करने लगी थी। शुभम का इसी बात पर किशोरी से कहासुनी होने लगी थी। शुभम का किशोरी के घर पर ही आना जाना था। सभी उससे बेहतर तरीके से परिचित थे। शुभम मृतक किशोरी के घर से दो किमी की दूरी पर रहता था। दोनों के घरों के बीच में नदी थी। इस पार लड़की का घर तो उस पार लड़के का घर था। लड़की का घर खेत में सूनसान जगह पर बना हुआ है। पिता बाहर नौकरी करते हैं। शुभम यादव प्रेम में धोखा देने के कारण ही किशोरी की हत्या की थी।


सुबह फोन कर खेतों में बुलाया
जिस दिन हत्या की गई। उस दिन शुभम ने किशोरी को फोन किया था। युवक के फोन आने पर ही किशोरी मिलने गई थी। युवक पहले से ही वारदात को अंजाम देने की तैयारी में था। कुल्हाड़ी लेकर पहुंचा था। किशोरी पर युवक ने कई वार किए थे। फिर वहां से भाग कर घर पहुंच गया था। हत्या के बाद भी युवक के चेहरे पर सिकन तक नहीं थी। सभी के बीच अनजान ही बना हुआ था।
इस तरह पकड़ा गया
हत्यारे को पकडऩे में चोरहटा थाना प्रभारी ने सायबर सेल की भी मदद ली। किशोरी के फोन काल की डिटेल निकाली। फोन कॉल में अंतिम कॉल शुभम यादव का ही था। इसी आधार पर लोकेशन भी ट्रैस की गई। शुभम यादव को पुलिस ने उठाया। पूछताछ की तो सारा राज खुल गया। युवक ने जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी से घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी भी जब्त कर ली गई है। पुलिस रिमांड में लेकर पूछताछ की जा रही है। हत्या के खुलासे में साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक वीरेन्द्र सिंह, उनकीटी, एफएसएल वैज्ञानिक डॉ महेन्द्र सिंह, चोरहटा थाना प्रभारी आशीष मिश्रा, चौकी प्रभारी नौवस्ता प्रशांत शुक्ला, उनि गौरव मिश्रा, बालकेश सिंह, प्रआर आशीष त्रिपाठी, नीरज पाण्डेय, पंकज मिश्रा, अशोक वर्मा, नितिश सिंह, शिवमूर्ति मिश्रा की भूमिका अहम रही।
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किशोरी का हत्यारा पकड़ा गया है। शुभम यादव हत्या करने के बाद परिवार की मदद करता रहा। फोन कॉल के आधार पर ही शुभम तक पुलिस पहुंची। हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया गया है।
आशीष मिश्रा
थाना प्रभारी, चोरहटा रीवा