आसमान पर लड़ाकू विमानों की देखी कलाबाजियां, फिर ऐसा हुआ कांड कि लोग फंसे रहे गए

भारतीय वायु सेना के विमानों ने भोपाल के बड़े तालाब के ऊपर आसमान पर हैरतअंगेेज कारनामें दिखाए। इन्हें देखने के लिए भारी भीड़ पहुंची। वायु सेना के जांबाज पायलट्स की कलाबाजियों ने लोगों का मन मोह लिया। एयर शो देखने इतनी अधिक संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी कि सारा सिस्टम ही फेल हो गया। टै्रफिक व्यवस्था ध्वस्त हो गई। लोग पैदल तक निकल नहीं पा रहे थे। दूर तक जाम ही जाम दिख रहा था। इस दौरान एक हादसा भी हुआ। टीन शेड के ऊपर चढ़े लोग हादसे का शिकार हो गए।

आसमान पर लड़ाकू विमानों की देखी कलाबाजियां, फिर ऐसा हुआ कांड कि लोग फंसे रहे गए

भोपाल। प्रदेश की राजधानी भोपाल में 30 सितंबर को एयर शो का आयोजन रखा गया था। इसमें करीब 65 लड़ाकू विमान एयर शो में शामिल हुए। इन लड़ाकू विमानेंा ने बड़े तालाब के ऊपर आसमान में कलाबाजियां दिखाईं। इन लड़ाकू विमानों की ताकत देखने का अवसर भोपाल के लोगों को मिला। इतने करीब से इतने सारे विमान देखकर लोग आश्चर्य चकित रहे। इस एयर शो को देखने के लिए लोग दूर दूर से आए थे। बड़े तालाब के आसपास लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। एयर शो को देखने के लिए उमड़ी भीड़ के कारण भोपाल पुलिस को कई रूट डायवर्ट करना पड़ा। सड़कों पर जाम जैसे हालात भी बने रहे।
यह लड़ाकू विमान हुए एयर शो में शामिल
भोपाल एयर शो में 65 लड़ाकू विमान शामिल हुए। इसमें तेजस, आकाश, गंगा, रुद्र, बादल, शमशेर, त्रिशूल, सारंग, जगुआर, सूय्र किरण फाइटर प्लेन्स शामिल हुए। इसके अलावा एयर शो में चिनकू हेलीफाप्टर ने भी हिस्सा लिया। हेलीकाप्टर ने भी लोगों का मन मोहा। चिरकू हेलीकाप्टर ने भी रोमांचक और हैरतअंगेज प्रदर्शन किया। इसे देखने के लिए लोग घर की छतों पर नजरे जमाएं बैठे थे। एयर शो सुबह 8 बजे से शुरू हुआ।
हादसा भी हो गया
एयर शो देखने के लिए लालघाटी में लोगों की भीड़ लगी थी। काफी लोग लाल घाटी में एक टीन के बने शेड के ऊपर चढ़ गए थे। क्षमता से अधिक भीड़ चढऩे के कारण वह उनका वजन सम्हाल नहीं पाई और भरभरा कर गिर गई। कई लोग इस हादसे में हताहत हुए। बड़ी घटना होने से टल गई।

पैदल चलने तक की जगह नहीं थी
भोपाल में बड़े तालाब के ऊपर एयर शो का आयोजन था। इसे देखने के लिए इतनी अधिक संख्या में भीड़ उमड़ी कि ट्रैफिक व्यवस्था ही ध्वस्त हो गई। एयर शो खत्म होने के बाद लोग जहां थे। वहीं फंसे रह गए। सड़कों पर चलने के लिए जगह तक नहीं थी। सड़कों पर जाम ही जाम दिखा। पैदल चलने तक के लिए मशक्कत करनी पड़ी।