और भरभरा कर गिर गई छत, बच गए विद्युत विभाग के इंजीनियर

विद्युत विभाग में एक बड़ा हादसा होते होते टल गया। कार्यालय की छत का प्लास्टर और कांक्रीट अचानक भरभरा कर गिर गया। गनीमत यह रही कि कमरे में कोई भी मौजूद नहीं था। वर्ना बड़ा हादसा तय था। हालांकि कुर्सियां और लैपटॉप, कम्प्यूटर को नुकसान पहुंचा है।

और भरभरा कर गिर गई छत,  बच गए विद्युत विभाग के इंजीनियर

रीवा।
घटना बुधवार को दोपहर करीब 3 बजे की है। नेहरू नगर स्थित पश्चिम संभाग कार्यालय में बैठ कर सहायक अभियंता नितिन बाथम और जेई अभिषेक गौरव सोनी काम कर रहे थे। इसी दौरान अचानक छत का काफी हिस्सा भरा भरा कर गिर गया। प्लास्टर सहित कांक्रीट तक नीचे आ गया। गनीमत यह रही कि उस दौरान नीचे कोई नहीं था। वर्ना बड़ा हादसा हो जाता। हालांकि सहायक अभियंता के पैर में कांक्रीट के टुकड़े गिरने से वह कुछ हद तक चोटिल भी हुए लेकिन उनका लैपटॉप पूरी तरह से चकनाचूर हो गया। कुर्सियां और टेबिल भी मलबा के नीचे आकर क्षतिग्रस्त हो गई। इस घटना से कार्यालय में हड़कंप मच गया। कर्मचारियों, अधिकारियों में इस घटना के बाद दहशत का माहौल है।

दो मिनट पहले ही बाहर गए थे जेई
गनीमत यह रही कि जिस जगह पर कांक्रीट और प्लास्टर छत से टूट कर गिरा। उसी के ठीक नीचे जेई अभिषेक गौरव सोनी बैठ कर काम कर रहे थे। दो मिनट पहले ही उठकर वह बाहर निकले थे। तभी यह हादसा हो गया। यदि वह वहीं पर बैठे होते तो बुरी तरह से घायल होना तय था। हालांकि किसी तरह की जनहानि नहीं हुई।