आरटीओ, खनिज, पुलिस और राजस्व टीम की अवैध वसूली के खिलाफ फूटा गुस्सा, डिप्टी सीएम का बंगला घेरा
आरटीओ, खनिज, पुलिस और राजस्व टीम की अवैध वसूली से परेशान ट्रक मालिकों का गुस्सा फूट पड़ा। शनिवार को दर्जनों ट्रक मालिक सीधे डिप्टी सीएम के बंगला पहुंच गए। डिप्टी सीएम से मिल कर अपनी पीड़ा बताई और ज्ञापन सौंपा। अवैध वसूली से मुक्ति दिलाने की मांग की। साथ ही चेतावनी भी दी है कि यदि अवैध वसूली नहीं रुकी तो सभी ट्रक मालिक वाहन सड़कों पर खड़ कर देंगे।
ट्रक मालिकों ने कहा कि अवैध वसूली बंद नहीं हुई तो खड़े कर देंगे वाहन
रीवा। ट्रक चालकों का कहना है कि बेरोजगार युवकों ने अपनी चल, अचल सम्पत्ति बैकों में गिरवी रखकर ट्रक फाइनसें कराया। अब उसी ट्रक की कमाई से ही बैंकों की किश्त भर रहे हंै। परिवार के सदस्यों को पेट भी पाल रहे हैं लेकिन अब गुजर बसर मुश्किल हो गया है। आरटीओ, पुलिस, राजस्व और खनिज विभाग ने जीना मुश्किल कर दिया है। सभी को रुपयों की डिमांड करते हैं। अवैध वसूली ने कमर तोड़ दी है। गाडिय़ों की किश्त तक नहीं दे पा रहे है। इसी अवैध वसूली के खिलाफ भी मोटर एसोसिएशन के बैनर तले सभी ट्रक मालिकों ने शनिवार को डिप्टी सीएम से मुलाकात की। उनके बंगला पहुंच कर मांगों का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंप कर डिप्टी सीएम को समस्या गिनाई और राहत की गुहार लगाई। डिप्टी सीएम को ज्ञापन सौंपने वालों में कुलदीप तिवारी, बलवंत सिंह, अमित त्रिपाठी, वैभव द्विवेदी, अतुल मिश्रा, सुभाष शुक्ला, सौरभ द्विवेदी, जीतू मिश्रा, निखिल मिश्रा, अतुल सिंह, त्रियुगीनारायण, विनीत यादव, अर्जुन पटेल, योगेन्द्र चतुर्वेदी, शुभम मिश्रा, रमश्ेा यादव, सुनीश कुशवाहा सहित अन्य शामिल रहे।
ट्रकों में रेत घर मीटर से भरतें है, कार्रवाई ओव्हर लोड की करते हैं
ट्रक मालिकों का कहना है कि खनिज विभाग घन मीटर में रायल्टी जारी करता है लेकिन पुलिस , आरटीओ और अन्य विभाग वाहन का वजन कराते हैं। हर रेत खदान में नाम तौल की कोई व्यवस्था नहंी है। रेत खदान से प्राइवेट धर्मकांटा 70 से 80 किमी दूर हैं। इस स्थिति में वाहन मालिकों के सामने वजन कराने की समस्या खड़ी हो जाती है। इसी के नाम पर कार्रवाई की जाती है। ट्रक मालिकों का कहना है कि सरकारी संस्थाओं को खनिज अधिकार से आय नहीं हो रही है लेकिन अधिकारियों, कर्मचारियों को वाहनों से अवैध वसूली से भारी कमाई हो रही है।
सब को 30 हजार रुपए चाहिए
ट्रक मालिक पुष्पेन्द्र पटेल ने कहा कि ऐसी कोई जगह नहीं है जहां गाड़ी नहीं रोकी जाती। सरंपच, पटवारी, पुलिस, आरटीओ, खनिज सब रोक रहे हैं। गाड़ी कहीं गांव में घुस जाती है तो सरपंच भी रोक रहे हैं। रायपुर कर्चुलियान पुलिस 30 हजार रुपए मांग रही है। हर कोई 30 हजार रुपए मांग रहा है। कोई भी अधिकारी 30 हजार रुपए से कम नहीं मांग रहा है। हर तीसरे चौथे दिन 30 हजार रुपए दे रहा हूं। किसी से शिकायत करते हैं तो कहता है कि गाड़ी रखे हो तो भरो।
मांगे पूरी नहीं हुई तो सड़क पर खड़ी कर देंगे गाडिय़ां
ट्रक मालिक चन्द्रशेखर पटेल ने कहा कि गाड़ी हमारी अंडर लोड आती है। क्यूबिक घर मीटर में टीपी कटती है। यहां प्रशासन गाड़ी पकडऩे के बाद कांटा कराते हैं। हमारे लिए या फिर रेत खदान में काटा लगवाया जाए। वहां से कांटा कराकर ही रेत लाए। इसमें हमें ज्यादा फायदा नहीं है। हम भी चाहते हैं कि अंडर लोड ही रेत लाएं। हमें जब क्यूबिक घर मीटर से रेत मिल रही है तो उसी हिसाब से जांच की जाए। अनावश्यक परेशान न किया जाए। टोल प्लाटा में ओव्हर लोडिंग का 1300 रुपए काट रहे हैं। 1 हजार फास्टट्रैक से अलग कट रहे हैं। ऐसे में ट्रक मालिक क्या कमाएगा। हमारी मांगे नहंी पूरी हुई तो अब सड़क पर ट्रक खड़ा कर काम बंद कर देंगे।