पुलिस की कार्य प्रणाली से नाराज कांग्रेस ने किया एसपी कार्यालय का घेराव ,जानिए आखिर ऐसा क्या हुआ कि कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी

एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी को देश में चल रहे परीक्षा में धांधली के खिलाफ आवाज उठाना महंगा पड़ गया । एनएसयूआई रीवा पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाई थी। अब बलवा का मामला दर्ज कर रही है । छात्रों का कैरियर बर्बाद करने पर पुलिस तुली हुई है ।पुलिस की खिलाफ एनएसयूआई के समर्थन में कांग्रेस उतर आई है । मंगलवार को कांग्रेस ने एसपी कार्यालय का घेराव किया और ज्ञापन सौंपा है।

पुलिस की कार्य प्रणाली से नाराज कांग्रेस ने किया एसपी कार्यालय का घेराव ,जानिए आखिर ऐसा क्या हुआ कि कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी

रीवा। ज्ञात हो कि एनएसयूआई ने 20 जून को रीवा में रैली निकाली थी। यह रैली विवेकानंद पार्क से डिप्टी सीएम के घर तक निकलनी थी। छात्र नेट परीक्षा में धांधली सहित नीट में धांधली और नर्सिंग छात्रों के रुके हुए रिजल्ट को लेकर डिप्टी सीएम को ज्ञापन सौंपने जा रहे थे । मानस भवन के सामने पुलिस ने बेरीगेटिंग कर छात्रों को रोक लिया था। और पहले पानी की बौछार छोड़ी गई थी , फिर लाठियों से पीटना शुरू कर दिया गया था । जमकर मारपीट छात्रों के साथ की गई थी। इसमें पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार भी किया था और थाने में सुबह से शाम तक बैठा कर रखा गया था। इसी मामले में पुलिस एनएसयूआई के खिलाफ और सख्त धाराएं लगाने जा रही है । बलवा के तहत मामला दर्ज कर रही है । इसकी भनक जैसे ही कांग्रेस के पदाधिकारी अधिकारियों को हुई है। उन्होंने मंगलवार को एसपी कार्यालय का घेराव कर दिया। एसपी कार्यालय पहुंचकर एडिशनल एसपी को एसपी नाम ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में NSUI के पदाधिकारी के खिलाफ बलवा के तहत मामला दर्ज न करने की मांग की गई है . साथ ही कांग्रेस के पदाधिकारी ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि पुलिस ने ऐसा नहीं किया तो वह आर पार की लड़ाई लड़ेंगे । अनिल मिश्रा शहर कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष का कहना है कि डिप्टी सीएम रीवा के विधायक भी हैं। NSUI और नर्सिंग छात्र सिर्फ डिप्टी सीएम से मिलने जा रहे थे। ज्ञापन सौंपना चाह रहे थे । ऐसे में उनके साथ मारपीट की गई । अब बलवा भी लगाया जा रहा है । ऐसे में छात्रों का कैरियर बर्बाद हो जाएगा । इस तरह की कार्रवाई कर डिप्टी सीएम और पुलिस प्रशासन लोगों को विरोध न करने की चेतावनी देना चाह रहे हैं। कांग्रेसियों का कहना है कि यदि मामला दर्ज किया गया तो वह आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे । धरना देंगे और कोर्ट भी जाएंगे।