मुकुंदपुर चिड़ियाघर में एक और बाघ ने तोड़ा दम, पीएम के बाद हुआ अंतिम संस्कार

मार्तंड सिंह जूदेव चिड़ियाघर में एक और बाघ ने दम तोड़ दिया। रविवार की शाम को बाघ की अचानक मौत हो गई। सोमवार को तीन चिकित्सकों की टीम ने पीएम किया। उसके बाद अधिकारियों की मौजूदगी में बाघ का अंतिम संस्कार कर दिया गया। प्रथम दृष्टया pm के दौरान बाघ की मौत हार्ट अटैक मानी जा रही है। विसरा जांच के लिए जबलपुर भेजा जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद ही असली वजह पता चल पाएगी।

मुकुंदपुर चिड़ियाघर में एक और बाघ ने तोड़ा दम, पीएम के बाद हुआ अंतिम संस्कार
दारा के जीवित अवस्था का चित्र

रीवा। मार्तड सिंह जूदेव चिड़ियाघर में कुछ दिन पहले ही सफेद बाघिन विंध्या की मौत हुई थी। इसके बाद भालू जामवंत ने दम तोड़ दिया था।और अब यलो टाइगर दारा की मौत से हड़कंप मच गया है। येलो टाइगर दारा को अलग बाड़े में रखा गया था। यहां वह डॉक्टर की निगरानी में था। पूरी तरह से स्वस्थ था। और खा पी रहा था। रविवार की शाम दारा अचानक जमीन पर गिरा और फिर दोबारा खड़ा नहीं हुआ। धारा ने दम तोड़ दिया। दारा की मौत से चिड़ियाघर में हड़कंप मच गया। इसकी जानकारी अधिकारियों को दी गई तो रविवार को मौत की वजह जानने के लिए पीएम कराया गया। 3 सदस्यीय टीम गठित की गई। इसमें संजय टाइगर रिजर्व सीधी, वेटरनरी कॉलेज और चिड़ियाघर के डॉक्टर शामिल हुए। तीन डॉक्टरों की टीम ने दारा का पीएम किया। पीएम में मौत की वजह पूरी तरह से स्पष्ट तो नहीं हुई लेकिन हार्ट में थक्का जैसी बातें सामने आई है। फिलहाल दारा की मौत की वजह हार्ट अटैक प्रबंधन मानकर चल रहा है। विसरा ले लिया गया है, जिसे जांच के लिए जबलपुर वेटरनरी कॉलेज भेजा जाएगा। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही असल वजह पता चल पाएगी।

कुछ दिन पहले हार्निया का हुआ था ऑपरेशन

सूत्रों की मानें तो दारा का ऑपरेशन कुछ दिन पहले चिड़ियाघर के डॉक्टरों ने ही किया था। उसे हर्निया की समस्या थी। जिसका ऑपरेशन किया गया था। ऑपरेशन पूरी तरह से सफल भी रहा। घाव सूख चुके थे। फिर भी अचानक दारा की मौत ने सबको सकते में डाल दिया है। ऑपरेशन के बाद दारा को अलग बाड़े में निगरानी के तौर पर रखा गया था। उसके घाव भरने का इंतजार किया जा रहा था।

सिवनी से रेस्क्यू कर लाया गया था

दारा को 16 जून 2019 को सिवनी से रेस्क्यू कर मार्तंड सिंह जूदेव चिड़ियाघर लाया गया था। तब उसकी उम्र करीब साढ़े तीन से 4 साल थी। जब उसे चिड़ियाघर लाया गया था तब उसे वह बुरी तरह से घायल था। यहीं रखकर उसका उपचार किया गया। अब वह स्वस्थ था। दारा की उम्र करीब 8 से 9 साल आंकी जा रही है।

अब पांच यलो टाइगर बचे

मार्तंड सिंह जूदेव चिड़ियाघर में दारा की मौत के बाद येलो टाइगर की संख्या कम हो गई है। अब इनकी संख्या सिर्फ पांच ही बची है। इसके पहले एक यलो टाइगर, व्हाइट टाइगर के बदले दिल्ली को दिया गया था।

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दारा स्वस्थ था। रविवार की शाम को अचानक गिरा और मौत हो गई। तीन डाक्टरों की टीम ने पीएम किया। खून का थक्का मिला है। हार्ट अटैक से मौत हुई है। 

डाक्टर राजेश तोमर

मार्तंड सिंह जूदेव चिड़ियाघर

मुकुंदपुर