रीवा से छूटते ही फिर देवरा भाग विधायक, पुलिस ने दबोचा और विश्राम गृह में किया बंद
मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल गुरुवार को पीटीएस सामुदायिक भवन में छूटने के लिए गेट तोडऩे लगे थे। इस पर पुलिस ने उन्हें नजरबंद से मुक्त कर दिया। रीवा से छूटते ही वह सीधे देवरा के लिए भागे। देवरा की सीमा में घुसने के पहले ही मऊगंज पुलिस ने फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। सीधे नईगढ़ी विश्राम गृह लेकर पहुंचे। वहीं पर नजर बंद कर दिया गया है।
नईगढ़ी के विश्राम गृह को अस्थाई जेल बनाया गया
समर्थकों को भी किया गया है गिरफ्तार, थाना में रखा गया
रीवा। देवरा महादेवन में दो दिन पहले दो समुदायों के बीच पत्थरबाजी हुई थी। इस पत्थरबाजी की वजह मऊगंज विधायक बने थे। उनकी मौजूदगी पर ही समर्थक अतिक्रमणकारियों का जबरन घर तोडऩे पहुंच गए थे। हालात बिगडऩे पर पुलिस और प्रशासन ने मोर्चा सम्हाला था। मऊगंज विधायक सहित समर्थकों को गिरफ्तार किया गया था। सभी को गिरफ्तार करने के बाद सुरक्षा के लिहाज से रीवा पुलिस लाइन स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में नजर बंद करके रखा गया था। दो दिनों तक नजर बंद रखने के बाद गुरुवार को मऊगंज विधायक हंगामा शुरू कर दिया था। गेट वगैरह तोडऩे लगे थे। इस पर पुलिस ने उन्हें नजरबंद से आजाद कर दिया। यहां से वह सीधे देवरा महादेवन के लिए भागे। समर्थकों के साथ गाड़ी में सवार होकर निकले। रात करीब 8 बजे इन्हें नजरबंद से आजादी मिली थी। डेढ़ घंटे में वह देवरा ब्रिज पर पहुंचे। जहां पुलिस और प्रशासन पहले से ही पहरा लगाए बैठी थी। ब्रिज पर ही उनके वाहन को रोक लिया गया। मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल को धारा 163 के उल्लंघन में फिर से गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें पुलिस की गाड़ी में बैठाकर सीधे अस्थाई जेल नईगढ़ी विश्राम गृह लेकर पहुंच गए। विश्राम गृह में ही विधायक को नजर बंद किया गया है।
पुलिस छावनी में तब्दील रहा देवरा गांव
मऊगंज विधायक अपनी जिद नहीं छोड़ रहे थे। वह नजर बंद से आजाद होने के बाद सीधे देवरा महादेवन जाने की ही जिद पकड़े हुए थे। इसे देखते हुए पहले से ही पुलिस और प्रशासन ने तैयारी कर रखी थी। उन्हें गांव जाने से रोकने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। पूरा देवरा गांव ही पुलिस छावनी में तब्दील किया गया था। सशस्त्र बल तैनात किया गया था। रीवा पुलिस लाइन से बल भेजा गया था। मऊगंज की सीमा शुरू होने के बाद ही जगह जगह पर पुलिस बल तैनात किया गया था। बैरिगेटिंग की गई थी। देवरा में सुबह से ही फोर्स लगाई गई थी।
रीवा से निकलते ही सड़क पर उतरे कलेक्टर, एसपी
मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल के रीवा से छूटने की जानकारी मऊगंज पुलिस और प्रशासन को पहुंच गई थी। इसके बाद ही कलेक्टर और एसपी भी देवरा गांव पहुंच गए थे। सीमा पर ही बैरिेगेटिंग कर दी गई थी। कलेक्टर, एसपी मौजूद थे। मऊगंज विधायक की जहां जहां से गुजर रहे थे। उनकी जानकारी पुलिस जुटा रही थी। उन्हें लोकेट किया जा रहा था। जैसे ही देवरा ब्रिज पर पहुंचे गिरफ्तार कर लिया गया।
सरकार ने खींचे हाथ, प्रशासन पर छोड़ा
मऊगंज विधायक की रिपोर्ट सरकार के पास लगातार पहुंच रही है। प्रभारी मंत्री को सरकार ने भेजा था। प्रभारी मंत्री ने मनाया लेकिन मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल नहीं मानें। इनके सारे एक्टिविटी की जानकारी सीधे सीएम डॉ मोहन यादव को भेजी जा रही है। विधायक समझाने के बाद भी नहीं मानें तो अब सरकार ने भी हाथ खींच लिए हंै। पुलिस और प्रशासन को ही निपटने के लिए छोड़ दिया है।
विश्राम गृह को जालियों से घेरा जा रहा
जहां मऊगंज विधायक को रखा गया है। उसके चारों तरफ भी बेरिगेटिंग की जा र ही है। तार बाड़ी लगाई जा रही है। पूरी तरह से परिसर को जेल में ही तब्दील किया जा रहा है। विधायक के यहां पहुंचने के बाद से ही इंतजाम में पुलिस और प्रशासन जुट गया है।
साथ में संतोष तिवारी भी बंद, बांकी थाना में कैद
मऊगंज विधायक के साथ ही देवरा में धरना देने वाले संतोष तिवारी को भी नजर बंद किया गया है। उन्हें भी विधायक के साथ ही विश्राम गृह में रखा गया है। वहीं दो दर्जन समर्थकों को देवरा से गिरफ्तार कर पुलिस नईगढ़ी ले आई है। उन्हें लाकअप में रखा गया है। सभी के खिलाफ कार्रवाई जारी है।
धाराएं बढ़ाई जाएंगी
मऊगंज विधायक पर पहले जो धाराएं लगाई गईं थी। उनमें और इजाफा किया जाएगा। अब इनके ऊपर धारा 163 के उल्लंघन का भी मामला दर्ज किया जाएगा। इसके पहले विधायक पर भारतीय न्याय सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 126, 135, 170 बीएनएसएस के तहत प्रकरण दर्ज किया गया था।
कई इंटेलिजेंस कंपनियां भी तैनात
देवराकांड के कारण रीवा और मऊगंज में भोपाल से कई इंटेलिजेंस कंपनियों के अधिकारियों को तैनात किया गया है। सभी अधिकारी एडिशनल रैंक के हैं। सूत्रों की मानें तो वह सीधे भोपाल रिपोर्टिंग कर रहे हैं। हर हलचल पर नजर रखी जा रही है।
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अतिक्रमण हटाने वाला है। प्रशासन ने जो तीन महीने पहले अतिक्रमण हटाने का आश्वासन था। उसे हटाया नहीं गया। प्रशासन की गलती है। उनकी गलती के कारण हिंदू समाज ने पत्र लिखा। धरना पर बैठे। उसके बाद भी कार्रवाई नहीं किए। इसलिए अब मुझे रीवा में अज्ञातवास में रखा गया। अब यहां अतिक्रमण हटाने आया हूं तो फिर गिरफ्तार कर लिया गया। मैंने बोला था कि मुझे छोड़ोगे तो फिर मैं अतिक्रमण हटाने आया हूं। वहां धारा 163 लागू है इसलिए गिरफ्तार कर लिया गया है।
प्रदीप पटेल
विधायक, मऊगंज
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देवरा में धारा 163 लगी है। मऊगंज विधायक समर्थकों के पास पहुंचे। उन्हें रोक लिया गया। उन्हें बताया कि धारा 163 लगी है या तो आप गिरफ्तारी दे दें या फिर वापस लौट जाएं। उन्होंने गिरफ्तारी दे दी और पुलिस वेन में बैठ गए। इन्हें अस्थाई जेल में रखा गया है।
अजय श्रीवास्तव
कलेक्टर, मऊगंज