अंतरिक्ष में फंसी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच ने की प्रेस कान्फ्रेंस, जाहिर की यह इच्छा

100 दिनों से अंतरित में फंसी भारतीय मूल की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर ने स्पेश स्टेशन से ही एक प्रेस कान्फ्रेंस की। उन्होंने अमेरिका में होने वाले चुनाव में वोट डालने की इच्छा जाहिर की है। अब नासा वोटिंग के कराने के प्रयास में जुट गया है। सुनीता विलियम्स ने इस दौरान कहा कि वह स्पेश में वह खुश हैं। वह यहां 8 से 10 महीने और भी रुक सकती हैं।

स्पेश स्टेशन से दोनों एस्ट्रोनॉट डालेंगे वोट
नासा वोटिंग कराने की तैयारियों में जुटा हुआ है
नई दिल्ली। 100 दिन से अंतरिक्ष में फंसीं भारतीय मूल की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विलमोर ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। यह भारतीय समयानुसार शुक्रवार देर रात 12.15 बजे से हुई। सुनीता और बुच ने कई सवालों के जवाब दिए। दोनों ने कहा कि वे अमेरिकी चुनाव में स्पेस से वोटिंग करेंगे। वोटिंग को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में बुच ने कहा कि उन्होंने आज ही वोट देने से जुड़ी चुनावी प्रक्रिया शुरू की है। यह एक जरूरी ड्यूटी है। नासा इस पर काम कर रहा है कि कैसे हम वोट दे सकें। सुनीता विलियम्स ने कहा कि वह स्पेस से वोटिंग करने को लेकर उत्साहित हैं। 400 किलोमीटर दूर स्पेस सेंटर से सुनीता और बुच ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी चुनाव में वोट डालने के लिए नासा से पोस्टल बैलट का अरेंजमेंट करने की रिक्वेस्ट की है। सुनीता और बुच ने 5 जून को स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भरी थी। वे 6 जून को अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचे थे। इन्हें 13 जून को वापस आना था, लेकिन नासा के बोइंग स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी खराबी के कारण इनकी वापसी टाल दी गई। अब दोनों के 2025 में ही वापस आने की संभावना है।
परिवार और पेट डाग्स की याद आती है
सुनीता ने कहा कि खराब हो चुके स्टारलाइनर को उनके बिना आईएसएस से रवाना होते देखना दुखदायी था। हालांकि उन्हें ऐसे हालात में रहने की ट्रेनिंग मिली है। उन्होंने कहा कि मुझे स्पेस में रहना बहुत पसंद है। ये मेरी पसंदीदा जगहों में से एक है। सुनीता ने कहा कि आईएसएस उनके लिए खुशी की जगह है। अगर जरूरत पड़ती है तो हम यहां 8 महीने, 9 या 10 महीने भी रुक सकते हैं, लेकिन परिवार और पेट डॉग्स की याद आती है। सुनीता ने कहा कि वह एक ही मिशन पर दो अलग-अलग अंतरिक्ष यान उड़ाने को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि हम टेस्टर हैं, यही हमारा काम है।
समस्याओं से निपटने के लिए करते हैं एक्सरसाइज
बुच ने कहा कि वे सुबह 4:30 बजे उठते हैं, जबकि सुनीता 6:30 बजे। अंतरिक्ष में रहने के कारण हड्डियों के घनत्व में होने वाले नुकसान से निपटने के लिए दोनों दो घंटे एक्सरसाइज करते हैं। बुच ने कहा कि स्टारलाइनर के पहले टेस्ट पायलट के तौर पर उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उन्हें यहां लंबा वक्त गुजारना पड़ जाएगा। हालांकि उन्हें पता था कि ऐसी समस्याएं हो सकती हैं, जिनकी वजह से उनकी वापसी में देरी हो सकती है। इस पेशे में ऐसा होता है।