भाजपा विधायक कोलारस ने सदस्या से दिया इस्तीफा, लगाए यह गंभीर आरोप, पत्र वायरल
भारतीय जनता पार्टी को एक और झटका लगा है। कोलारस जिला शिवपुरी से विधायक बीरेन्द्र रघुवंशी ने भाजपा की सदस्यता एवं विशेष आमंत्रित सदस्य प्रदेश कार्यसमिति के पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफा देने से राजनीति में भूचाल मच गया है। विधायक बीरेन्द्र रघुवंशी ने भाजपा पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
भाजपा विधायक ने इस्तीफा देने के साथ ही प्रदेश के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर कहा है कि 3 से 5 सालों से कई बार अपनी पीड़ा मुख्यमंत्री एवं शीर्ष नेतृत्य के सामने रखी पर आप सभी ने कभी ध्यान नहीं यिा। पूरे ग्वालियर चंबल संभाग में मेरे जैसे पार्टी के कई कार्यकर्ता की उपेक्षा नवागत भाजपाई करते रहे हैं। यह सब आज तक हमारे साथ सिर्फ इसलिए होता रहा है कि हमने पूरी निष्ठा व इमानदारी से 2014 एवं 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का काम किया एवं सफलता दिखाई। उन्होंने सिंधिया गुट को भी आड़ों हाथें लिया है। सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। विधायक के आरोपों ने हाल ही में वायरल कमीशन बाजी के आरोपों को भी बल दे दिया है।
कोलारस के विकास में बाधा डाल रहे भ्रष्ट अधिकारी
वायरल पत्र में कहा है कि उन्होंने पत्र में अपनी पीड़ा बयां करते हुए कहा है कि शिवपुरी जिले एवं कोलारस विधानसभा में भ्रष्ट अधिकारियों की पोस्टिंग सिर्फ इसलिए की जा रही है ताकि वह मेरे हर विकास कार्य में रुकावटें उत्पन्न कर सकें। कार्यकर्ताओं को परेशान कर सकें। सिंधिया जी ने यह कह कर कांग्रेस की सरकार गिराई थी कि किसानों का 2 लाख का कर्ज माफ नहीं किया जा रहा है पर भाजपा की सरकार बनने के बाद सिंधिया जी ने किसान कर्ज माफी करना तो दूर आज दिन तक कर्जमाफी की बात तक नहीं की।
प्रभारी मंत्री पर रिश्वत मांगने का आरोप
पत्र में कहा है कि सरकार के मंत्री एवं प्रशासन के अधिकारी भ्रष्टाचार में डूब गए हैं। शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री ने स्वयं मेरे विधानसभा क्षेत्र में रिश्वत मांगने के मामले में कहा कि मंदिर में भी प्रसाद चढ़ाते हैं यह उसी तरह का नेग है और नेग तो देना पड़ेगा। भ्रष्टाचार ने प्रदेश को शर्मसार किया है। प्रशासन निरंकुश है और भाजपा के कार्यकर्ताओं और नेताओं की कोई सुनवाई नहीं है।
किसानों की जमा पूंजी में सेंध लगाई गई
पत्र में कहा है कि शिवपुरी जिले सहित सम्पूर्ण प्रदेश में कॉपरेटिव बैंकों में किसानों की जमा पूंजी में ही सेंध लगाकर राशि का आहरण करने के बड़े घोटाले सामने आए हैं। किसानों से की गई धोखाधड़ी के मामले में सरकार के सामने आने के बाद भी विगत तीन वर्षों से किसान आज भी अपनी जमा राशि को बैंक से निकालने के लिए चक्कर लगा रहे हैं। किसानों की जमा राशि का भुगतान उन्हें नहीं हो रहा है। सरकर ने इसके लिए कोई कार्यवाही नहीं की। कॉपरेटिव बैंकों के घोटाले के विषय पर विधानसभा सदन में भी मुद्दा उठाया लेकिन आज तक सरकार ने कोई ठोस कार्यवाही नहीं की। किसान परेशान हैं।
गौवंशों के लिए कुछ नहीं कर पाई भाजपा
पत्र में कहा है कि प्रदेशभर में गौमाता के नाम पर वोट तो मांगे लेकिन गौमाता के पोषण के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई। बनाई गई गौशालाओं में से अधिकतर का संचालन नहीं हो रहा और जो संचालित हैं उनमें से 4-5 महीनों तक सरकार से राशि न हीं भेजी जाती। इससे गौमाता भी सड़कों पर प्राण त्याग रहीं हैं। प्रदेश सरकार 3.14 लाख करोड़ के बजट में गौमाता के लिए बजट का कोई प्रावधान नहीं किया गया है। विधायक दल तथा पार्टी की बैठकों मं प्रदेश हित के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं करना चाहता। भ्रष्ट मंत्रियों का बचाव जरूर करते हैं ।