शिक्षक बन गए बाबू, स्कूल छोड़ कर कार्यालयों में कर रहे दफ्तरी का काम
स्कूल शिक्षा विभाग में शिक्षकों को स्कूलों से हटाकर कार्यालयों में अटैच कर दिया गया है। शिक्षक बाबूगीरी कर रहे हैं। बीईओ कार्यालय से लेकर डीईओ कार्यालय तक 200 से अधिक शिक्षक अटैच हैं। सिर्फ वरिष्ठता सूची में ही 25 शिक्षक अटैच किए गए हैं।
करीब 200 से अधिक शिक्षकों को अटैच किया गया
महीनों से स्कूल के दर्शन नहीं किए, वेतन बराबर निकल रहा
रीवा। सरकारी स्कूलों में छात्रों को पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं है। अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है। पढ़ाई प्रभावित है। शासन ने शिक्षकों के अटैचमेंट पर रोक लगा रखी है। कलेक्टर तक ने अटैचमेंट पर रोक लगा रखी है। इसके बाद भी धड़ल्ले से शिक्षकों को अटैचमेंट किया जा रहा है। संकुल से लेकर बीईओ कार्यालय और डीईओ, जेडी कार्यालय में शिक्षकों को अटैच किया गया है। पहले से भी शिक्षक अटैचमेंट में काम कर रहे थे। अब बाढ़ सी आ गई है। शिक्षक जो स्कूलों में पढ़ा रहे हैं। उन पर दोहरा भार लादा जा रहा है। वहीं जो काम चोरी करते हैं। उन्हें कार्यालयों में अटैच कर दिया गया है। कोई क्रमोन्नति सूची तैयार करने में लगा हुआ है तो कोई पुस्तक वितरण के नाम पर कार्यालयों में अटैच हैं। ऐसे शिक्षकों की भरमार है। करीब 200 शिक्षक इन कार्यों के बहान कार्यालयों में मजे कर रहे हैं।
डाटा सत्यापन में इन्हें किया गया है अटैच
सहायक शिक्षक, प्राथमिक शिक्षक का लोक सेवकों से डाटा सत्यापन का प्रमाण पत्र, समस्त अभिलेख की नस्तियां प्राप्त करने, तदुपरांत सभी सेवा अभिलेख से प्रमाणित करने के बाद जिला प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जमा करने के लिए टीम का गठन किया गया है। इसमें शासकीय हाई स्कूल भुंडहा से आरके सिंह, शासकीय हाई स्कूल पहडिय़ा कमलनारायण ङ्क्षसह, खैरा स्कूल से अविनाश गौतम, शसकीय हाई स्कूल बरा रवि प्रकाश तिवारी, भमरा हाई स्कूल से राजेश बाजपेयी, रहट उमावि से जीतेनद्र चतुर्वेदी, एसके स्कूल से सुरेश् वर्मा, कचूर से बीके पटेल, गेरुई से मनोज पटेल, मझिगवां से राममणि मिश्रा, पड़रिय से महेन्द्र त्रिवेदी, गौरी हाई स्कूल से सुरेश प्रसाद तिवराी, पिपरा निपनिया से पवन पाण्डेय को अटैच किया गया है।
वरिष्ठता सूची बनाने में कई शिक्षक जेडी और डीईओ कार्यालय में अटैच
इतना ही नहीं जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में भी कई शिक्षकों को क्रमोन्नति सूची तैयार करने में लगाया गया है। महीनेां से शिक्षक स्कूलों को छोड़कर सिर्फ जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में ही ड्यूटी बजा रहे हैं। अब तक क्रमोन्नति सूची तैयार नहीं हो पाई है। इसी तरह जेडी कार्यालय में माध्यमिक शिक्षक और वरिष्ठ अध्यापकों की वरिष्ठता सूची भी तैयार की जा रही है। यह काम पिछले 6 महीनों से चल रहा है लेकिन अब तक काम पूरा नहीं हुआ है। वहीं शिक्षकों का अटैचमेंट भी खत्म नहीं हो पाया है।
पुस्तक वितरण में बीईओ कार्यालय में लगे शिक्षक
सभी बीईओ कार्यालय और संकुल स्कूलों में शिक्षक अटैच किए गए हैं। छात्रों को होने वाले पुस्तकों के वितरण के लिए बीईओ कार्यालय स्तर पर कम से कम 10 शिक्षक और संकुल स्तर पर 5 शिक्षकों को इसी काम के लिए अटैच किया गया है। स्कूलों में पठन पाठन का काम शुरू हो गया है लेकिन शिक्षकों के नहीं होने से पढ़ाई प्रभावित हो रही है।