बारिश से छलका बांध और खुल गये गेट, रीवा वालों को राहत
बारिश की बेरुखी से सिर्फ किसान ही नहीं बांधों पर भी संकट मंडराने लगा था। अभी भी हालात ज्यदा बेहतर नहीं है लेकिन देर से हुई बारिश ने थोड़ी राहत दी है। बकिया बराज में लगातार पानी पहुंचने से इसके 8 गेट खोले गए हैं। 203.46 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
रीवा। ज्ञात हो कि इस मर्तबा मानसून देर से आया। रीवा सहित आसपास बारिश का दौर भी ज्यादा देर तक नहीं चला। पिछले कई दिनों से बारिश नहीं हुई। इसके कारण बांधों तक पानी ही नहीं पहुंच रहा था। जलस्तर रुका हुआ था। अवर्षा के कारण नहरों में भी जल संसाधन विभाग को पानी छोडऩा पड़ा। शुक्रवार से हो रही बारिश ने थोड़ी राहत दी है। आसपास के जिलों में भी बारिश जारी है। इसका असर बांधों पर पड़ा है। बकिया बराज के इस सीजन में पहली मर्तबा गेट खोले गए हैं। बकिया बराज के 2 गेट 2-2 मीटर खोले गए हैं। वहीं 6 गेट 25-25 सेमी तक खोले गए हैं। पानी का आवक अभी जारी है।
इनकी स्थिति जस की तस
विंध्य बुलेटिन डाट काम को मिली जानकारी के अनुसार बकिया बराज में सतना जिला का भी पानी पहुंचता है। इसके कारण इसका जलस्तर तेजी से बढ़ता है। वहीं बीहर और देवलोंद बाण सागर बांध का जलस्तर बहुत ही धीमी गति से ऊपर चढ़ रहा है। अभी इन दो बांधों की स्थिति ज्यादा बेहतर नहीं है। झमाझम और बारिश का इंतजार है। बाण सागर बांध उम्मीद से कहीं ज्यादा खाली है। यदि बारिश के हालात ऐसे ही रहे तो इसके पूरी तरह से भरने की भी संभावना न के बराबर ही है।
इतना खाली है बाण सागर बांध
विंध्य का सबसे बड़ा बांध बाण सागर का जलस्तर इस मर्तबा बढ़ नहीं पा रहा है। बारिश जोरदार हुई ही नहीं। पानी की आवक कम है। इसके कारणइसका जलस्तर भी बहुत धीमी गति से बढ़ रहा है। बाण सागर बांध का अधिकतम जलस्तर 341.64 मीटर है। वहीं अभी वर्तमान में यह सिर्फ 325.21 मीटर तक ही भरा हुआ है। इसे पूरा भरने के लिए 16 मीटर और पानी की जरूरत है।
बांधों के जलभराव की स्थिति (मीटर में)
बांध अधिकतम 29 जुलाई गेट खुले
बकिया बराज 280.50 279.90 08
बीहर बराज 280.00 278.60 00
देवलोंद 341.64 325.21 00