बाणसागर की नहर फूटी, मोहनिया में बनी 900 करोड़ की टनल डूबी
जल संसाधन विभाग के घटिया काम की वजह से गुरुवार की रात एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। दरअसल बाणसागर से निकाल कर मोहनिया से होते हुए यूपी जाने वाली नहर अचानक फूट गयी।और उसका पानी टनल में भरने लगा। पानी का बहाव इतना अधिक था कि चंद मिनट में ही टनल पूरी तरह से जल मग्न हो गया ।आवागमन बंद हो गया। इस घटना की जानकारी जैसे ही अधिकारियों को हुई मौके पर सीधी रीवा और जल संसाधन विभाग के अधिकारी पहुंच गए। करीब 5 घंटे तक मशक्कत करनी पड़ी तब जाकर टनल का पानी निकल पाया।
NH-39 में घंटों यातायात ठप रहा
सीधी। बाणसागर की नहर फूट गई। जल संसाधन विभाग का भ्रष्टाचार उजागर हो गया। रीवा-सीधी के बीच मोहनिया पहाड़ में बनी टनल में गुरुवार की देर रात पानी भर गया। घटना के बाद प्रदेश भर में हड़कंप मच गया। नेशनल हाईवे-39 में यातायात थम गया। बाणसागर की मुख्य CWC नहर फूटने की जानकारी सीधी जिला प्रशासन के माध्यम से शहडोल स्थित देवलौंद बांध के अफसरों को दी गई। तब तुरंत पानी बंद किया गया। हालांकि पानी का बेग कम होने में चार से पांच घंटे लग गए।
मोहनिया टनल के अंदर पानी भरने की जानकारी मिलते ही चुरहट विधायक शरदेंदु तिवारी, सीधी कलेक्टर और एसपी मौके पर पहुंच गये। उन्होंने बाणसागर के अधिकारियों से बात कर CWC मुख्य नहर के पानी को नीचे की ओर डायवर्ट कराया। तब टनल की ओर जाने वाला पानी बंद हुआ । ये वही टनल है जिसका 10 दिसंबर 2022 को केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उद्घाटन किया था। इसके ऊपर से ही नहर निकली है। यहीं टनल फूट गयी।
रात 11.30 मचा हड़कंप
गुढ़ थाने के सब इंस्पेक्टर प्रवीण उपाध्याय ने बताया कि बुधवार की रात 11.30 बजे बाणसागर के मुख्य नहर फूटने की सूचना चुरहट बॉर्डर से आई थी। टनल में पानी भरने की जानकारी मिलते ही रीवा जिला प्रशासन सक्रिय हुआ। सबसे पहले टनल के मुख्य गेट में एहतियात के तौर पर आवागमन बंद करा गया। फिर सीधी छोर में जाकर टनल को देखा गया कि पानी कहां से आ रहा है।
बड़ा हादसा टला
सीधी जिला प्रशासन ने संयुक्त रूप से टीम बनाई। टनल के अंदर जा रहे पानी को डायवर्ट करने का प्लान बनाया। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और बाणसागर के अधिकारियों ने तय किया कि अगर फूटी नहर का पानी डायवर्ट हो जाए तो टनल को कोई खतरा नहीं है। ऐसे में जेसीबी की मदद से हाईवे के नीचे से जाने वाली नहर में पानी डायवर्ट कर बड़े हादसे को रोक दिया गया है।
पांच घंटे पानी बंद होने में लगे
अफसरों का कहना है कि शहडोल जिले के देवलौंद स्थित बाणसागर बांध के अधिकारियों से रात 12 बजे हुई। इसके बाद पानी बंद कराया गया। हालांकि पानी बंद होने में 5-6 घंटे का समय लग गया। इसके बाद ही बाद ही अफसरों ने राहत की सांस ली है। कहते है कि नहर के पानी को पूरी तरह से खाली होने में सुबह हो गई। फिर भी रूक रूककर पानी मिनी नहर के रास्ते नदी में जाता रहा।
टनल के पास लगी रही भीड़
बताया गया कि देर रात नहर फूटने के बाद चुरहट की ओर टनल के मुख्य द्वार में अफसरों व नेताओं की भीड़ जमा हो गई। ऐसे में दो घंटे के लिए यातायात बाधित हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि अचानक से बाणसागर नहर का पानी जब टनल में आया। मानाे बाढ़ जैसी स्थिति निर्मित हो गई। वर्ल्ड क्लास टनल के ऊपर बनी नहर के फूटने से बाणसागर विभाग के जिम्मेदारों के दावों की पाेल खुल रही।