इन सड़कों पर चलना जरा सम्हल कर, यहां गड्ढे ही गड्ढे हैं नजर हटी और दुर्घटना घटी

ये रीवा की सड़कें हैं। इन पर जरा सम्हल कर चलना। नजरे सड़क से हटीं और दुर्घटना घटी। निर्माण कार्यों के चक्कर में यहां सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है। बारिश में सड़कें फिसल पट्टी बनी थी। अब धूल भरी हो गई हैं। लोगों की परेशानी कम नहीं हो रही। जो सड़कें करोड़ों रुपए की लागत से चमचमा रहीं थी। वह बारिश में बह गईं। अब कुछ बचा ही नहीं। घटिया काम की पोल खुल गई। वहीं जो सड़कें पहले से बनी थी, वह अब भी टिकी हुई हैं।

इन सड़कों पर चलना जरा सम्हल कर, यहां गड्ढे ही गड्ढे हैं नजर हटी और दुर्घटना घटी
सड़क में गड्ढे ही गड्ढे


रीवा। नीम चौराहा से सिरमौर चौराहा तक सड़क चौड़ीकरण का काम चल रहा है। 56 क्वार्टर से हाउसिंग बोर्ड तक सड़क का बेस डाला गया है। वहीं हाउसिंग बोर्ड से बोदाबाग शराब दुकान के सामने तक एक तरफ की कांक्रीट सड़क बनाई गई है। दूसरे तरफ निर्माण कार्य जारी है। सीवर लाइन डाली जा रही है। इसके कारण खोदाई का काम चल रहा है। इस निर्माण कार्य से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। बारिश के दौरान इस मार्ग पर चलना ही मुश्किल हो गया था। सड़क में गड्ढे ही गड्ढे हो गए थे। अब भी गड्ढे हैं। हाउसिंग बोर्ड कालोनी के पास कांक्रीट सड़क पर चढ़ाई के लिए मिट्टी डाली गई है। वह पहले दलदल और अब गड्ढे में तब्दील हो गई है। इसके कारण अब वाहनों को निकलने में परेशानी हो रही है।   बारिश का दौर बंद है। इसके कारण सड़कों पर डाली गई मिट्टी अब धूल बन कर उड़ रही है। पूरा मार्ग ही प्रभावित है। लोगों का इस सड़क पर चलना ही मुश्किल हो गया है। सड़क पर डाला गया बेस भी उधड़ गया है। इसके कारण भी धूल उड़ रही है। निर्माण ठेकेदार ने कोई इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था तक नहीं की है।

मिट्टी ही मिट्टी हो गई
वर्तमान में हाउसिंग बोर्ड कालोनी बोदाबाग से शराब दुकान के बीच में एक तरफ सड़क में सीवर लाइन डालने का काम चल रहा है। इसके लिए बड़ी बड़ी मशीनरी लगाई गई है। गहरी खोदाई की गई है। इससे निकलने वावली मिट्टी का डेर सड़क के किनारे ही लगाया गया है। काफी कुछ मिट्टी ट्रालियों से ले जाई जा रही है। इसके कारण मिट्टी सड़क पर फैल रही है और यह धूल बन कर उड़ रही है।
सड़क गायब हो गई
सिविल लाइन में हाल ही में सड़क का डामरीकरण किया गया था। बारिश में सड़क पर कुछ भी नहीं बचा है। सड़क का डामर तक बह गया। सिर्फ डस्ट और गिट्टी का ढेर बचा है। इसके कारण भी लोगों को परेशानी हो रही है। इसके अलावा सिविल लाइन से होते हुए कालेज चौराहा और आईजी आफिस की तरफ जाने वाली सड़क पर बड़े बड़े गड्ढे हो गए हैं। इन गड्ढों में मिट्टी और डस्ट डाल दी गई है जो धूल बनकर उड़ रही है। इनसे वाहनों का निकलना मुश्किल हो गया है।
और यहां ढूढ़ ढूढ़ गड्ढे पाटे गये
एक तरफ जहां चलने के लिए लोगों को सड़कें नहीं मिल रही हैं। वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री के लिए सड़क स्मूथ बनाई गई थी । जिन जगहों से मुख्यमंत्री का काफिला गुजरना था। उन रास्तों में गड्ढे तलाशे गये और एक एक गड्ढे को पाटा गया। वहीं जनता को उनके हाल पर ही छोड़ दिया गया है। पीडब्लूडी के ठेकेदारों ने जो सड़क घटिया बनाई,उसे सुधरवाया भी नहीं जा रहा।