कांग्रेस को बड़ा झटका, रीवा के दो पूर्व विधायक हुए भाजपा में शामिल
चुनाव के पहले ही कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। भाजपा से कांग्रेस में गए दो पूर्व विधायकों ने फिर पलटी मारी है। सेमरिया विधायक रहे अभय मिश्रा औ पत्नी नीलम मिश्रा ने वापस भाजपा का दामन थाम लिया है। भोपाल में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के साथ बीजेपी कार्यालय पहुंच कर उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से सदस्यता ग्रहण कर ली है। इन दोनों के भाजपा में शामिल होने से रीवा की राजनीति में नया भूचाल आ गया है।
भोपाल। विधानसभा चुनाव के पहले दलबदल की राजनीति जोरों पर चल रही है। भाजपा के नेता कांग्रेस तो कांग्रेस के नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं। शुक्रवार को प्रदेशभर में उस समय हड़कंप मच गया जब रीवा के दो पूर्व विधायकों ने भाजपा कार्यालय पहुंच कर सदस्यता ले ली। हालांकि यह भाजपा से ही कांग्रेस में गए थे लेकिन इनके वापसी से राजनीति में नया मोड़ आ गया है। कांग्रेस नेता अभय मिश्रा और नीलम मिश्रा ने बीजेपी कार्यालय भोपाल पहुंंच कर उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ले ली है। मिली जानकारी के अनुसार ये दोनों नेता प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के साथ बीजेपी कार्यालय पहुंचे। जहां पहले से ही मौजूद प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के सामने बीजेपी ज्वाइन कर ली है। कांग्रेस अभय मिश्रा पर ही भरोसा जता रही थी। उम्मीद थी कि सेमरिया से कांग्रेस से अभय मिश्रा का ही टिकट फाइनल होगा लेकिन उनके भाजपा में जाने से अब कांग्रेस को नया चेहरा तलाशना पड़ेगा। हालांकि इनके भाजपा में आने से सेमरिया के वर्तमान विधायक की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं।
अब इनका क्या होगा
सेमरिया में वर्तमान विधायक केपी त्रिपाठी और पूर्व विधायक अभय मिश्रा के बीच शुरू से ही खींचतान चल रही थी। दोनों एक दूसरे के कट्टर विरोधी थी। ऐसे में अब दोनों ही एक नाव पर सवार हो गए हैं। भाजपा में ही अभय मिश्रा और सेमरिया विधायक केपी त्रिपाठी साथ रहेंगे। ऐसे में इस चुनाव में भाजपा टिकट किसे देगी, इस पर भी खींचतान मचेगी।
अब किसकी कटेगी टिकट इस पर रहेगी नजर
अभय मिश्रा के भाजपा में शामिल होने से सेमरिया की टिकट पर बवाल मचेगा। केपी त्रिपाठी वर्तमान विधायक हैं। इनकी सर्वे में रिपोर्ट थोड़ी निगेटिव थी। यह रीवा के विधायक राजेन्द्र शुक्ला के करीबी हैं। वहीं अभय मिश्रा वीडी त्रिपाठी प्रदेश अध्यक्ष के हाथों सदस्यता लेकर इनकी टेंशन बढ़ा दिए हैं। अब दोनों के बीच टिकट को लेकर जरूर खींचतान मचेगी। किसे टिकट मिलती है यह तो समय ही बताएगा।
कांग्रेस में कईयों का रास्ता साफ
दिवाकर दुबे, लालमणि पाण्डेय, गजेन्द्र दुबे, प्रदीप सोहगौरा, धर्मेन्द्र तिवारी बब्बुल, त्रियुगीनारायण शुक्ल भगत कांग्रेस से सेमरिया के दावेदारों में से एक हैं। इनके सामने टिकट की राह में सबसे बड़ा रोड़ा अभय मिश्रा ही थे। वह हट गए हैं। अब इन शेष रह गए नेताओं के बीच टिकट को लेकर जोरआजमाइश चलेगी।