UPDATE NEWS बड़ी लापरवाही: शहर की दो स्कूलों में पहुंचे डीईओ तो 12 शिक्षक मिले गायब, गिरेगी गाज
शहर की स्कूलों का हाल बुरा है। यहां बिना बताए ही शिक्षक गायब हो जाते हैं। डीईओ ने दो स्कूलों का औचक निरीक्षण किया तो 12 शिक्षक गायब मिले। इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की गई है। एक दिन का वेतन काटने के आदेश जारी किए गए हैं।
रीवा। जिला शिक्षा अधिकारी रीवा गंगा प्रसाद उपाध्याय ने 19 अक्टूबर को दो स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इसमें शासकीय प्राथमिक पाठशाला कन्या सिकरमखाना और शासकीय हाई स्कूल चोरहटा संकुल शाउमावि मार्तण्ड क्रमांक 3 हैं। इन स्कूलों का औचक निरीक्षण करने पर कई शिक्षक और कर्मचारी बिना पूर्व सूचना के विद्यालय से अनुपस्थित मिले। इन सभी के खिलाफ जिला शिक्षा अधिकारी ने कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए हैं। चुनाव आचार संहिता लगी हुई है। अवकाश पर पूर्णत: प्रतिबंध लगा हुआ है। इसके बाद भी शिक्षक स्कूल से गायब मिले। इस पर सभी अनुपस्थित शिक्षकों का 19 अक्टूबर को वेतन तत्काल प्रभाव से काटने के आदेश जारी किया गया है। इतना ही नहीं शासकीय हाई स्कूल चोरहटा के भृत्य गंगा प्रसाद बसोर का माह अक्टूबर का वेतन आगामी आदेश तक रोकने के आदेश दिए हैं।
इन शिक्षकों पर गिरी गाज
निरीक्षण में श्रीमती अनीता द्विवेदी सहायक शिक्षक सिकरमखाना, श्रीमती कल्पना चौबे, अंजुला त्रिपाठी, माण्डवी शुक्ला, माया ङ्क्षसह सहायक शिक्षक सिकरमखाना अनुपस्थित मिली थी। इसके अलावा चोरहटा हाई स्कूल से उच्च माध्यमिक शिक्षक गुरु कृष्णमणि अग्निहोत्री, माध्यमिक शिक्षक अर्चना निगम, प्रियंका ङ्क्षसह, शांता दुबे, राकेश गौतम, मनोरमा वर्मा, गंगा प्रसाद बसोर भृत्य शामिल रहे। यह भी स्कूल से गायब मिले थे।
बीईओ ने किया स्कूलों का निरीक्षण
विकासखंड शिक्षा अधिकारी आरएल दीपंाकर ने अपने दल के साथ भ्रमण किया था। शासकीय प्राथमिक पाठशाला बक्सी टोला गहिरा एवं शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय बांसा गुरौलिहान टोला में ताला लटका पाया गया था। शासकीय हाई स्कूल मडवा में चार कर्मचारी निरीक्षण के समय अनुपस्थित मिले थे। इन विद्यालयों के सभी कर्मचारियों का एक दिवस का वेतन काटे जाने के लिए संकुल प्राचार्य को निर्देशित किया गया है। इसके अतिरिक्त मार्तंड क्रमांक 3 संकुल अंतर्गत शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय तिघरा तथा शासकीय प्राथमिक शाला तिघरा अमरहा टोला का निरीक्षण किया गया था। प्राथमिक अमरहा तिघरा में 11.10 बजे तक मात्र एक शिक्षक उपस्थित मिले थे। जबकि जबकि दो शिक्षक अनुपस्थित रहे। अनुपस्थित दोनों शिक्षकों का एक दिवस का वेतन रोकने की कार्रवाई स्वयं प्राचार्य मार्तंण्ड-3 द्वारा की गई।