सांची और सारनाथ की तर्ज पर बनेगा रीवा में बौद्ध पर्यटन स्थल : राजेंद्र शुक्ल
पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक राजेंद्र शुक्ल ने विगत 3 जुलाई को कोठी कंपाउंड स्थित उद्यानिकी परिसर में सम्राट अशोक प्रियदर्शी विजय महासंघ दवारा आयोजित 2551 वे धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के अवसर पर प्राचीन बुद्ध विहार के जीर्णोदार का भूमिपूजन किया। इस अवसर पर श्री शुक्ल ने कहा कि विश्व को शांति, करुणा एवं मैत्री का संदेश देने वाले भगवान बुद्ध का अव्य विहार बनाकर साथी और सारनाथ की तर्ज पर रीवा को भी बौद्ध पर्यटन स्थल बनाया जाएगा।
रीवा। विंध्य क्षेत्र में पहले से ही विश्व विख्यात देऊर कोठार व भरहुत जैसी बौद्ध धरोहरें मौजूद हैं। बिहार का जीर्णोद्वार विधायक व कलेक्टर निधि से किया जाएगा। हाउसिंग बोर्ड के इंजीनियर अनुज सिंह द्वारा कार्यक्रम में बुद्ध विहार की लागत का प्राक्कलन विवरण प्रस्तुत किया गया। महाकवि विनीत विक्रम ट्रस्ट देऊर कोठार के अध्यक्ष रावेद्र बौद्ध ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए बताया कि उद्यानिकी परिसर में
वर्ष 2017 में भगवान बुद्ध की जीर्ण शीर्ण अवस्था में मूर्ति प्राप्त हुई थी। परिसर के अंदर ही जिला प्रशासन ने मूर्ति के लिए एक स्थान सुरक्षित कर दिया था, तब से रीवा के बौद्ध अनुयाई प्रतिवर्ष बुद्ध जयंती और पूर्णिमा के दिन इसी स्थल पर पूजा अर्चना करते चले आ रहे हैं। इस अवसर पर नगर निगम रीवा के सभापति वेंकटेश पांडे, कबीरपंथी संत सनाथदास साहब, भंते सुगतानंद सोनभद्र (उत्तर प्रदेश) के अलावा आधा दर्जन बौद्ध भिक्षु तथा सैकड़ों की संख्या में वरिष्ठ बौद्ध अनुयाई उपस्थित रहे। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मास्टर बुद्धसेन पटेल, वीरभद्र सिंह, बुद्धसेन माडव, उदयमान कुशवाहा, बद्री प्रसाद कुशवाहा, प्रो. राजमणि पटेल, डा. एल एम कुशवाहा, यदुनाथ बौद्ध, राजन वर्मा, राजकली वर्मा, रामवती साकेत, अभिषेक पटेल, धर्मेंद्र कुशवाहा, डी के मौर्य, पार्षद अंबुज रजक और नीलू कटारिया आदि उपस्थित रहे।