गोविंदगढ़ से बघवार तक की रेलवे ट्रैक का सीआरएस ने दो घंटे किया निरीक्षण, रेलगाड़ी दौडऩे का रास्ता क्लियर

गोविंदगढ़ से बघवार तक की रेलवे ट्रैक का मंगलवार को निरीक्षण किया गया। कमिश्नर रेल सेफ्टी ने 13 किमी के रेलवे ट्रैक का दो घंटे परीक्षण किया। इसके बाद वापस लौट गए। परीक्षण की रिपोर्ट सीआरएस रेलवे बोर्ड के सौपेंगे। इसके बाद हरी झंडी मिलते ही ट्रेन चलने का रास्ता भी क्लियर हो जाएगा।

गोविंदगढ़ से बघवार तक की रेलवे ट्रैक का सीआरएस ने दो घंटे किया निरीक्षण, रेलगाड़ी दौडऩे का रास्ता क्लियर

विशेष सैलून से दोपहर को रीवा स्टेशन टीम के साथ पहुंचे सीआरएस
बायरोड गोविंदगढ़ स्टेशन पहुंचे फिर निरीक्षण शुरू किया
रीवा। ललितपुर-सिंगरौली रेल लाइन परियोजना के अंतर्गत रीवा जिले के गोविंदगढ़ से सीधी के बघवार तक 13 किलोमीटर नई रेललाइन बिछ गई। इस नवनिर्मित रेललाइन का मंगलवार को कमिश्नर रेल सेफ्टी (सीआरएस) मनोज कुमार अरोड़ा ने निरीक्षण किया। सीआरएस मंगलवार की दोपहर विशेष सैलून मंगलवार दोपहर सतना स्टेशन पहुँचे। फिर सड़क मार्ग से सीआरएस का विशेष कार्यदल गोविंदगढ़ स्टेशन पहुंचा। यहां से बघवार तक सीआरएस ने नवीन रेललाइन का बारीकी से मुआयना किया गया। साथ ही छुहिया घाटी की रेल टनल का भी जायजा लिया। अब सीआरएस द्वारा रेलवे बोर्ड के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत की जायेगी, जिसके बाद बोर्ड इस रेलमार्ग पर ट्रेन चलाने की स्वीकृति देगी।
आपको बता दें कि करीब 15 माह पहले रीवा से गोविंदगढ़ तक के बीच बिछाई गई रेलवे लाइन का सीआरएस निरीक्षण कर चुके हैं। तब कमीशनिंग के साथ ही ट्रेन चलने की चर्चा ने भी जोर पकड़ा था। बाद में सब ठंडे बस्ते में चला गया। इस मर्तबा गोविंदगढ़ से बघवार के बीच लगभग 13 किलोमीटर की नई रेललाइन बिछाने का काम पूरा किया गया है। इसका परीक्षण करने मंगलवार को सीआरएस पहुंचे। हालांकि रेललाइन में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण नहीं हुआ है। ऐसे में फिलहाल, इस मार्ग पर ट्रेन चलने की सम्भावना कम रहेगी। मंगलवार को हुए निरीक्षण के दौरान पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर मण्डल निरीक्षण के दौरान रेल सुरक्षा आयुक्त ने इस रेल खंड पर संरक्षा एवं सुरक्षा से जुड़े संसाधनों, ओ.एच.ई.लाइन, सम्बद्ध उपकरण, तथा सिग्नलिंग आदि का विस्तार से निरीक्षण किया एवं उनकी कार्य क्षमता को परखा। इस दौरान सीआरएस के साथ पमरे मुख्यालय से मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) एम.एस. हाश्मी एवं निर्माण विभाग, अन्य संरक्षा संबंधी विभागों के अधिकारी गण के साथ-साथ जबलपुर मंडल से अपर मंडल रेल प्रबंधक आनंद कुमार,  वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (समन्वय) जयप्रकाश सिंह, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक  प्रिंस विक्रम, सीनियर डीएसटीई (को) आलोक तिवारी, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी अमित साहनी, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक-2 शशांक गुप्ता,  मंडल अभियंता (उत्तर) मंटू कुमार,  एवं अन्य शाखा अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
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कड़ाई से की जाती है रेलवे ट्रैक की जांच
बता दें कि किसी भी रेलवे ट्रैक के बिछाए जाने के बाद सबसे पहले कड़ी जांच कमिश्नर रेल सेफ्टी द्वारा की जाती है। जांच के बाद कमीशनिंग जारी होती है। जिसके बाद ही उस रेलखण्ड में गाडिय़ों को संचालित किया जा सकता है। रीवा से गोविंदगढ़ के बीच 19.4 किलोमीटर की पटरी बिछाने के बाद गत 29 दिसम्बर 2023 को मुंबई से आए सीआरएस द्वारा कमीशनिंग की गई थी।