चैत्र नवरात्रि आज से, भक्तों के लिए मंदिरों में विशेष तैयारियां शुरू

मंगलवार से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। देवी मंदिरों में सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। रानीतालाब में भक्तों की भीड़ उमड़ेगी। 9 दिनों तक मंदिरों में भक्तिमय माहौल रहेगा। मंदिरों में भीड़ को देखते हुए खास इंतजाम किए गए हैं। पुलिस की भी चाक चौबंद व्यवस्थाएं रहेंगी। मंदिर के बाहर दुकानें भी सज कर तैयार हो गई हैं।

चैत्र नवरात्रि आज से, भक्तों के लिए मंदिरों में विशेष तैयारियां शुरू

रीवा। इस वर्ष दिनांक 9 अप्रैल को 2081 विक्रम संवत्सर के साथ चैत्र नवरात्रि प्रारंभ होगी। हिंदू पंचांग के अनुसार 9 अप्रैल को भगवती शैलपुत्री की पूजा के साथ ही नौ दिवसीय वासंती नवरात्रि का पर्व आरम्भ हो जाएगा। चैत्र नवरात्रि का प्रारंभ मंगलवार घट-स्थापना के साथ होगा तथा समापन 17 अप्रैल को रामनवमीं के दिन होगा। गौरतलब है कि नवरात्रि का यह पर्व जिलेभर में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष भी जिलेभर के देवी मंदिरों में आस्था का सैलाब उमड़ेगा। इस तरह पूरे नौ दिन श्रद्धालुगण मां आदिशक्ति की उपासना में तल्लीन रहेंगे। नवरात्रि के दिनों में मुख्य रूप से शहर के रानीतालाब माता मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है। यहां अलसुबह 4 बजे से ही श्रद्धालुओं माता की पूजा-अर्चना करने पहुंच जाते हैं। हमेशा की तरह इस बार भी माता दो दिन सोलह श्रृंगार में भक्तों को दर्शन देंगी। इसके अलावा शहर के फूलमती माता मंदिर में भी भक्तों का तांता लगा रहता है। यहां नवरात्रि के पूरे नौ दिन मेला लगा रहता है। चैत्र नवरात्रि यानि गर्मी में भी माता के मंदिरों में पूरी श्रद्धा के साथ भक्तगण भक्तिभाव में डूबे रहते हैं। इसके अलावा आंचलिक क्षेत्रों में भी सभी देवी मंदिरों में श्रद्धालु पूरे नौ दिन हाजिरी देने से नहीं चूकते। इसके अलावा, नईगढ़ी क्षेत्र के अष्टभुजी माता मंदिर भी भक्तों की भीड़ रहेगी।


मंदिरों में बनाई जा रही व्यवस्था
निगम प्रशासन ने भी इसकी तैयारी शुरू कर दी है। देवी स्थलों में सफाई, पेयजल, दुकान व अन्य व्यवस्था बनाई जा रही है। रानी तालाब मंदिर में विशेष ध्यान निगम प्रशासन द्वारा दिया गया है। यहां तीन शिफ्ट में कर्मचारियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा फूलमती मंदिर में भी दो शिफ्ट में कर्मचारियों को सफाई के लिए तैनात किया गया है। पुलिस प्रशासन द्वारा मंदिर स्थलों में पुलिस बल भी मुहैया कराया जाना है। सुरक्षा के लिहाज से मंदिर परिसर में सीसीटीवी लगाया जाना है।
हिंदू नववर्ष के होंगे आयोजन
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन जिले में हिंदू नववर्ष मनाया जायेगा। इस मौके पर जिलेभर में कई आयोजन होंगे। मान्यता है कि चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा अर्थात् गुड़ी पड़वा (हिन्दू नववर्ष) को स्वयं सिद्ध मुहूर्त की मान्यता प्राप्त है। ये मान्यता विजयादशमीं, अक्षय तृतीया व काॢतक शुक्ल प्रतिपदा का आधा भाग जैसी तिथि को भी प्राप्त है। ज्योतिर्विद के अनुसार इन तिथियों में बिना मुहूर्त का विचार किए नवीन कार्य प्रारम्भ किए जा सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र का सर्व प्रसिद्ध एवं अबूझ मुहूर्त शनिवार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को प्राप्त होगा, जिसमें नवीन कार्यों के प्रारंभ के लिए तिथि वार एवं नक्षत्र देखने की आवश्यकता नहीं है।