संजय गांधी अस्पताल में ठप होने वाली है साफ सफाई व्यवस्था, कर्मचारी हड़ताल पर जाने वाले हैं, जानिए क्या है वजह
संजय गांधी अस्पताल के आउटसोर्स कर्मचारी 1 नवंबर से हड़ताल पर जा रहे हैं। एजाइल कंपनी पर मनमानी और शोषण का आरोप लगाया है। कर्मचारियों ने 13 सूत्रीय मांगें को पूरा करने की बात कंपनी के सामने रखी तो कंपनी दबाव बनाने में जुट गई। आधा दर्जन कर्मचारियों का भोपाल, इंदौर स्थानांतरण कर दिया है। इसके खिरोध में अब कर्मचारी लामबंद हुए हैं। डीन, अधीक्षक, कलेक्टर, एसपी को ज्ञापन सौंपा है।
आउटसोर्स कंपनी की मनमानी के खिलाफ लामबंद हुए आउटसोर्स कर्मचारी
1 अक्टूबर से हड़ताल पर जाने की दी चेतावनी
रीवा। ज्ञात हो कि संजय गांधी अस्पताल, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सारे काम आउटसोर्स कर्मचारी सम्हाल रहे हैं। इन कर्मचारियों की नियुक्ति एजाइल सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड ने की है। कंपनी ने दिवाली के आते ही दबाव बनाना शुरू कर दिया है। दिवाली में कर्मचारियों ने कंपनी से 13 सूत्रीय मांगों को पूरा करने की मांग कर दी थी। इसी बात को लेकर अब कंपनी ने कर्मचारियों की आवाज और मांगों को दबाने प्रताडित करना शुरू कर दिया है । आल डिपार्टमेंट आउटसोर्स कर्मचारी संघ ने कंपनी के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है। कलेक्टर, एसपी, अधीक्षक और डीन को ज्ञापन सौंप कर मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की है। साथ ही चेतावनी भी दी है कि यदि उनकी मांगे 31 अक्टूबर तक पूरी नहीं होती हैं तो वह 1 नवंबर से हड़ताल पर चले जाएंगे।
कर्मचारियों का कर दिया स्थानांतरण
कंपनी ने आधा दर्जन कर्मचारियों को स्थानांतरण भोपाल और इंदौर कर दिया है। मामूली वेतन पाने वाले कर्मचारियों को आवाज उठाने की सजा दी जा रही है। कर्मचारियों के घरों पर नोटिस भेजा गया था। उन्हें सुनवाई का मौका तक नहीं दिया गया। सीधे स्थानांतरण आदेश थमा दिया गया। कंपनी के विरोध में आवाज उठाने वालों के खिलाफ कंपनी दमनकारी हथकंडा अपना रही है।
कर्मचारियों की यह है 13 मांगे
आउटसोर्स कर्मचारियों ने वर्ष 2022 से 2023 तक के सभी सफाई सुपरवाइजर, गार्ड और एफई के लीव और बोनस राशि के भुगतान की मांग की है। साथह ी जिन कर्मचारियों की सेवाएं 5 वर्ष हा गई है उन्हें ग्रेजुएटी एक्ट का लाभ देने, निकाले गए कर्मचारियों को वापस रखने, एजाइल कंपनी से अस्थाई कर्मचारियों को ईएसआईसी कार्ड उपलब्ध कराने, आयुष्मान योजना के तहत मिलने वाली प्रोत्साहन राशि दिलाए जाने की मांग की गई है। साथ ही कहा गया है कि कंपनी हर महीने ट्रेनिंग के नाम पर रुपए काटती है लेकिन प्रशिक्षण नहीं दिया जाता। सभी कर्मचारियों का प्रत्येक महीने की पहली तारीख को वेतन दिए जाने, कर्मचारियों की ड्यूटी 8 घंटे सुनिश्चित करने, कर्मचारियों को कार्यावधि के आधार पर कुशल, अद्र्धकुशल, उच्च कुशल की वरीयता प्रदान करने, कर्मचारियों का तीनमहीने का लंबित लीव बोनस दिए जाने की मांग की गई है।