भूअर्जन की राशि जारी करने लिपिक ने मांगे 1 हजार, रुपए लेते लोकायुक्त ने पकड़ा
मनगवां का एक युवक भूअर्जन की राशि के लिए 7 सालों से राजस्व अधिकारियों के चक्कर काट रहा था। कई पटवारियों को रुपए दिए लेकिन काम नहीं हुआ। किसी तरह फाइनल कलेक्ट्रेट के भूअर्जन शाखा पहुंची तो यहां भी राशि जारी करने के नाम पर रुपयों की डिमांड की गई। पहले 1500 रुपए लिए गए। फिर 1 हजार की और डिमांड कर दी गई। इसकी शिकायत पीडि़त ने लोकायुक्त से कर दी। लोकायुक्त ने लिपिक को 1 हजार रुपए लेते रंगे हाथ धरदबोचा। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
भूअर्जन की राशि दिलाने लिपिक मांग रहा था रुपए
कलेक्टर शाखा में लोकायुक्त ने टीम ने की कार्रवाई, मचा हड़कंप
रीवा। लोकायुक्त की टीम ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट के भू अर्जन शाखा में तृतीय श्रेणी कर्मचारी को मुआवजा एवार्ड की एवज में रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। शिकायकर्ता ने आरोप लगाया कि इसके पूर्व मुआवजा के लिए उसने पटवारी सहित अन्य राजस्व महकमे को रिश्वत दी थी, इसके बावजूद भू अर्जन शाखा में उसकी फाइल 25 सितंबर से डंप थी। परेशान होकर उसके द्वारा मामले की शिकायत लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय में की गई थी जिसके बाद सिविल ड्रेस में पहुंची लोकायुक्त की 12 सदस्यीय टीम ने कलेक्ट्रेट के भू अर्जन कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड 3 के कर्मचारी हीरामणि तिवारी को 1000 की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। लोकायुक्त द्वारा कलेक्ट्रेट कार्यालय में की गई इस कार्रवाई के बाद से हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि बाबू ने रिश्वत की यह रकम भूमि मुआवजा अवार्ड की राशि 2 लाख 62 हजार 997 रुपए का भुगतान करने के एवज में मांगी थी। शिकायतकर्ता सुनील कुमार पांडे निवासी ग्राम जोरौट थाना मनगवा ने शिकायत की थी की मुआवजा जारी करने 25 सौ रुपए की घूस मांगी गई जिस पर वह बाबू को 1500 रुपए एडवांस में दे चुका था। मंगलवार को जैसे ही उसने बाबू को रिश्वत का एक हजार रुपए दिया लोकायुक्त टीम ने उसे पकड़ लिया। पीडि़त ने बताया कि इसके पूर्व भी उसके द्वारा पटवारी सहित राजस्व अधिकारियों को मुआवजा के लिए रिश्वत की राशि दी गई थी।
एक हजार रुपए लेते हुए ट्रैप
लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने बताया कि शिकायत की पुष्टि के बाद डीएसपी प्रवीण सिंह परिहार के नेतृत्व में 12 सदस्यीय टीम ने कलेक्ट्रेट के भू अर्जन शाखा के बाबू को एक हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा है। मामले में आरोपी हीरामणि तिवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। लोकायुक्त टीम ने सुनीयोजित तरीके से ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया। जैसे ही फरियादी रीवा कलेक्ट्रेट कार्यालय स्थित भू अर्जन शाखा में पदस्थ बाबू को रिश्वत की रकम पकड़ाया तभी वहां मौजूद लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथ धर दबोचा।