कांग्रेस मप्र में पूरी तरह से सफा, 29 की 29 सीट पर भाजपा का कब्जा, सबसे अधिक वोटों से इन्होंने दर्ज की जीत

लोकसभा चुनाव में भाजपा ने कमाल कर दिया। एक नया रिकार्ड बना दिया है। एक सीट पर कांग्रेस काबिज थी। इस सीट को भी इस चुनाव में भाजपा ने हथिया लिया। छिदवाड़ा सीट पर भी भाजपा के प्रत्याशी ने विजय हासिल कर ली। भाजपा ने 29 सीटें जीतने का मप्र में दावा किया था। उस पर सफल रहे। मप्र में इंदौर से प्रत्याशी शंकर लालवानी ने रिकार्ड तोड़ 11 लाख 75 हजार वोटों से चुनाव जीता। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री, केन्द्रीय मंत्री और प्रदेशाध्यक्ष ने भी 5 लाख से अधिक अंतर से चुनाव जीतकर सबको चौका दिया।

कांग्रेस मप्र में पूरी तरह से सफा, 29 की 29 सीट पर भाजपा का कब्जा, सबसे अधिक वोटों से इन्होंने दर्ज की जीत

भोपाल। देश में कांग्रेस भले ही इंडिया गठबंधन अपनी सफलता को लेकर जश्न मना रही हो,लेकिन मध्यप्रदेश के मतदाताओं ने कांग्रेस को सभी 29 लोकसभा सीटों पर बोल्ड कर दिया है,यानि कि लोकसभा में मध्यप्रदेश कांग्रेस विहीन रहेगी। मंगलवार को प्रदेश की सभी लोकसभा सीटों के लिए मतगणना हुई। कुछ सीटों को छोड़कर भाजपा ने शुरु से ही सभी सीटों पर बढ़त बना ली, जो अंत तक जीत में तब्दील हो गई। नतीजे के जरिए मध्यप्रदेश ने एक और सफलता प्राप्त की है। इंदौर से भाजपा प्रत्याशी देश में सबसे ज्यादा वोटों के अंतर से चुनाव जीते है। यहां से भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी ने 11 लाख 75 हजार से चुनाव जीते है। सर्वाधिक वोटों के अंतर से जीतने वालों में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (8 लाख 20 हजार),केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ( 5 लाख 40 हजार), प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा (5 लाख 25 हजार) और आलोक शर्मा (5 लाख 1500) प्रमुख है।
कहीं टक्कर नहीं दे पाए कांग्रेस प्रत्याशी
 कांग्रेस को ग्वालियर चंबल की मुरैना,ग्वालियर और भिण्ड सीट से जीत की उम्मीद थी। लेकिन भाजपा ने इन सीटों पर भी कांग्रेस की इस उम्मीद को खत्म कर दिया। भिण्ड से भाजपा की प्रत्याशी संध्या राय लगातार दूसरी बार कांग्रेस के फूलसिंह बरैया को पराजित किया। इसी तरह मुरैना से शिवमंगल सिंह तोमर ने कांग्रेस के सत्यपाल सिंह सिकरवार को और ग्वालियर में नारायण सिंह कुशवाहा ने प्रïवीण पाठक को पराजित कर दिया।
ये बनें पहली बार सांसद बने
 इस चुनाव में होशंगाबाद से भाजपा के दर्शन सिंह चौधरी,दमोह से राहुल लोधी, भोपाल से आलोक शर्मा, जबलपुर से आशीष दुबे, सीधी से राजेश मिश्रा, सागर से लता बानखेड़े, ग्वालियर से भारत सिंह कुशवाहा,बंटी साहू,अनिता नागर सिंह.डॉ.भारती पारधी पहली बार सांसद निर्वाचित हुए है।
ये सांसद फिर चुने गए
 रोडमल नागर ,वीडी शर्मा, अनिल फिरोजिया, सुधीर गुप्ता, हिमाद्री सिंह, ज्ञानेश्वर पाटिल, दुर्गादास उईके, जनार्दन मिश्रा, गजेन्द्र सिंह और महेन्द्र सोलंकी।
छिंदवाड़ा सीट भी नहीं बचा सकी कांग्रेस
कांग्रेस को छिंदवाड़ा में जीत की उम्मीद थी। लेकिन इस चुनाव में छिंदवाड़ा के मतदाताओं ने पूर्व सीएम कमलनाथ के भरोसे पर एतबार नहीं किया और उनके पुत्र नकुल नाथ को हार का सामना करना पड़ा। नकुल नाथ को भाजपा के विवेक बंटी साहू ने 1 लाख 13 हजार वोटों के अंतर से चुनाव हरा दिया। इसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी अपने गृहक्षेत्र राजगढ़ से चुनाव हार गए है,उन्हें भाजपा के रोडमल नागर ने 1 लाख 40 हजार से ज्यादा वोटों से हार गए हैैं।
लगातार पांचवीं बार जीते गणेश सिंह
सतना संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी गणेश सिंह लगातार पांचवी बार सांसद निर्वाचित हुए है। उन्होंने अपने प्रतिदंद्धी सिद्धार्थ सिंह कुशवाहा को 84 हजार 449 मतो के अंतर से हराकर पिछले विधानसभा चुनाव में अपनी हार का बदला ले लिया है। विधानसभा चुनाव  में गणेश सिंह सतना से सिद्धार्थ कुशवाहा से हार गए थे।
सिंधिया, बीरेन्द्र और फग्गन जीते
मौजूदा सरकार के तीन केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया,बीरेन्द्र कुमार खटीक और फग्गन सिंह कुलस्ते भी चुनाव जीत गए है। बीरेन्द्र कुमार खटीक टीकमगढ़ सीट से 4 लाख 3 हजार 312 वोटो के अंतर से जीते,तो मंडला सीट से केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कांग्रेस के ओमकार सिंह मरकाम को 1 लाख 3 हजार 846 वोटों के अंतर से पराजित किया है।