Congress पार्षद ने छोड़ी पार्टी, जानिए किसके लिए दिया यह बलिदान
रविवार को कांग्रेस के एक पार्षद ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर हड़कंप मचा दिया। ज ब इस्तीफा की वजह सामने आई तो यह सुनकर सब हैरान रह गए। पार्षद की नाराजगी की वजह उनके चहेते नेता का विधानसभा क्षेत्र बदला जाना है। अब यह समझ में नहीं आ रहा कि वह अपने चहेते नेता के लिए बलिदान दिए हैं य पार्टी को इसी बहाने ब्लैक मेल कर रहे हैं। फिलहाल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ने पार्षद का इस्तीफा स्वीकार करने से इनकार कर दिया है।
रीवा। रविवार को वार्ड पार्षद स्वतंत्र शर्मा के इस्तीफा ने हड़कंप मचा दिया। उन्होंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस के रीवा प्रभारी और जिला अध्यक्ष को उन्होंने इस्तीफा भेजा है। पार्षद के इस्तीफा देने के पीछे की वजह को लेकर कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई थी लेकिन कांग्रेस पार्षद के बयान ने सभी को चौंका दिया। उन्होंने अपने बयान में कहा कि मैंने राजनीति को जन सेवा का मार्ग माना था। मैंने राजनीति को अपना सब कुछ माना था Congress पार्टी को। और आज बड़ा दुखित हूं कि पार्टी में वह लोग जो आज 40-50 वर्ष से जिनके परिवार पार्टी से जुड़े हैं उनको अनदेखा किया जा रहा है। और जो बाहरी दल से आए हैं। वह हमारी पार्टी को चला रहे हैं। वही सर्वे दे रहे हैं। उन्हीं को सब चाहिए। जिस दल में संघर्ष का कोई मूल्य नहीं कोई मूल्यांकन करने वाला नहीं। उस दल में मैं नहीं रहना चाहता। मैं आज congress पार्टी की प्राथमिक संस्था से इस्तीफा देता हूं और पूर्णतः अलग होता हूं। मैंने एमआईसी को भी इस्तीफा भिजवा दिया हूं।उन्होंने पार्टी के आला कमान पर भी गंभीर आरोप लगाये हैं।उनका कहना है कि पार्टी में संघर्षशील व्यक्ति की कोई कहीं पर सुनवाई नहीं है। हालांकि स्वतंत्र शर्मा ने इस्तीफे के मुख्य वजह बयां कर ही दी पार्टी पर भी आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता सिद्धार्थ तिवारी के विधानसभा क्षेत्र बदले जाने पर नाराजी जताई। उन्होंने कहा कि सिद्धार्थ तिवारी जी को पहले त्योंथर के लिए बोलते हैं कि आप संघर्ष करिए। जब वह करते हैं तो फिर बताते हैं कि गुढ़ चले जाइए। मतलब पहले आप मैथ पढ़ाओ फिर पेपर आप साइंस का लोगे। कोई बात नहीं है। मैं पार्टी का कोई नुकसान नहीं कर सकता इसलिए मैं अपने आपको पृथक कर लिया हूं।
इस्तीफा स्वीकार नहीं होगा, पहले बात करेंगे
कांग्रेस पार्टी के शहर अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने इस मामले में कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि किसी भावनात्मक आवेश में आकर ऐसा कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र शर्मा का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जाएगा ।whatsapp से कोई इस्तीफा स्वीकार नहीं होता। उनके साथ बैठकर वजह जानेंगे। इस्तीफे की वजह जो सामने आ रही है वह समझ से परे है। अभी तो पार्टी ने विधानसभा उम्मीदवारों का टिकट भी क्लियर नहीं किया है। ऐसे में सिद्धार्थ का क्षेत्र बदले जाने की बात कहाँ से आ गयी। पार्टी ने तो खुद ही सिद्धार्थ तिवारी को प्रदेश कांग्रेस कमेटी में महामंत्री की जिम्मेदारी सौंपी है। जब तक स्वतंत्र मिलते नहीं तब तक कुछ नहीं।