कांग्रेस को विंध्य से लगने वाला है बड़ा झटका, अमहिया से टूटेगी कांग्रेस

विंध्य में कांग्रेस में टिकट वितरण के पहले ही बगावत के सुर फूट पड़े हैं। विंध्य में कांग्रेस का गढ़ रहे अमहिया में ही घमासान मचा है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के नाती ने ही बगावत कर दिया है। भाजपा का दामन थामने की तैयारी में हैं।

कांग्रेस को विंध्य से लगने वाला है बड़ा झटका, अमहिया से टूटेगी कांग्रेस

रीवा। विंध्य के कद्दावर नेता रहे स्व श्रीनिवास तिवारी के घर से ही कांग्रेस टूटने लगी है। कांग्रेस से विधायक रहे स्वर्गीय सुंदरलाल तिवारी के बेटे सिद्धार्थ तिवारी उर्फ राज ने ही बगावत कर दी है। कांग्रेस से वह बेहद खफा चल रहे हैं। पहले उनके समर्थकों ने पार्टी से इस्तीफा दिया। अब उन्होंने पार्टी छोडऩे का मन बना लिया है। सूत्रों की मानें तो भोपाल में वह भाजपा के नेताओं के संपर्क में है। जल्द ही वह भाजपा की सदस्यता भी ग्रहण कर सकते हैं। उनके इस कदम से विंध्य में कांग्रेस को झटका लग सकता है।

इसलिए सिद्धार्थ हुए नाराज

पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस के पदाधिकारियों के सामने समर्थकों ने सिद्धार्थ की नाराजगी की वजह जग जाहिर कर दी थी। सिद्धार्थ विधानसभा चुनाव में त्योंथर से मैदान में उतरना चाह रहे थे। वहीं से अब तक तैयारी कर रहे थे। जनसंपर्क में लगे हुए थे। अचानक उन्हें त्योंथर से गुढ़ विधानसभा भेजने का पार्टी ने निर्णय ले लिया। उन्हें गुढ़ में प्रचार प्रसार करने का निर्देश दे दिया। साथ ही उनकी नाराजगी की भरपाई के लिए कांग्रेस का महामंत्री भी बना दिया। इससे भी उनकी नाराजगी दूर नहीं हुई। विधानसभा क्षेत्र बदले जाने के कारण उनके समर्थकों ने पहले बगावत की। अब वह भी कांग्रेस का साथ छोडऩे का मन बना लिए हैं। सूत्रों की मानें तो वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम सकते हैं।

सोशल मीडिया एकाउंट से हटाया कांग्रेस

सिद्धार्थ राज तिवारी ने अपने बगावती तेवर दिखाना पहले ही शुरू कर दिया था।  इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया एकाउंट से भी सभी को हिंट दिया। सोशल मीडिया एकाउंट से भी उन्होंने कांग्रेस शब्द हटा दिया। पहले सिद्धार्थ कांग्रेस लिखा हुआ था। बाद में कांग्रेस हटा कर सिद्ध विंध्य कर दिया। सोशल मीडिया में उनका स्टेटस जमकर वायरल हो रहा है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष के हाथों लेंगे सदस्यता
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस का अलविदा कहने के बाद सिद्धार्थ राज भाजपा का दामन थाम सकते हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष से सदस्यता दिलाए जाने की अटकलें चल रही हैं। इतना ही नहीं भाजपा में सिद्धार्थ की इंट्री त्योंथर से टिकट के आधार पर कराई जाएगी। सूत्रों की मानें तो त्योंथर में सिद्धार्थ के मैदान में उतरने से कांग्रेसियों को बड़ा झटका लगेगा। पूर्व विस अध्यक्ष स्वग श्रीनिवास तिवारी का तराई में गहरा जनाधार रहा है। हर घर में उनके वोटर मौजूद हैं। ऐसे में सिद्धार्थ को इसका फायदा मिलेगा। भाजपा वोट जो मिलेंगे वह अलग।