राजेंद्र शर्मा से भारी पड़ती अमहिया की बेटी, कांग्रेस ने फिर दिया दगा, टिकट कटने से नाराज कविता ने छोड़े सारे पद

कांग्रेस ने पहले अमहिया से सिद्धार्थ तिवारी का टिकट काटा। इसके बाद कविता को भी दरकिनार कर दिया। राजेंद्र शर्मा को रीवा से उम्मीदवार बना दिया है। यह सभी जानते हैं की कविता पांडे रीवा से राजेंद्र शर्मा की तुलना में ज्यादा भारी पड़ती। राजेंद्र शर्मा का चयन करके कांग्रेस ने भाजपा के मंत्री राजेंद्र शुक्ला को वॉक ओवर दे दिया है। वही माया घराने को कांग्रेस ने पूरी तरह से नजर अंदाज कर दिया है टिकट कटने से नाराज कविता ने भी सारे पदों से तौबा कर ली है।

राजेंद्र शर्मा से भारी पड़ती अमहिया की बेटी, कांग्रेस ने फिर दिया दगा, टिकट कटने से नाराज कविता ने छोड़े सारे पद
कविता पांडे का सोशल मीडिया में वायरल मैसेज

रीवा। एक तरफ कांग्रेस जीतने के बाद नारी सम्मान योजना शुरू करने वाली है। वहीं दूसरी तरफ टिकट वितरण में नारी का ही अपमान कर बैठे। रीवा से कविता पांडे कई दिनों से क्षेत्र में प्रत्याशी के तौर पर काम कर रही थी। उन्हें इस बात का पूरा यकीन था कि रीवा से उन्हें ही पार्टी टिकट देगी। लेकिन ऐन मौके पर कविता पांडे को पार्टी ने दरकिनार कर दिया। इंजीनियर राजेंद्र शर्मा को उम्मीदवार घोषित कर दिया गया। इस बात से नाराज कविता पांडे ने सारे पदों से खुद को अलग कर लिया। सोशल मीडिया पर उनकी पोस्ट भी वायरल हो रही है। यह सही भी है जिस महिला को कांग्रेस में टिकट देने का वादा किया था। उसे क्षेत्र मे प्रचार प्रसार के लिए कह दिया गया हो और अंत समय में उसका नाम ही लिस्ट से गायब कर दिया जाए तो ऐसे में झटका लगना तय ही है। हालांकि कांग्रेस पार्टी इस समय अमहिया से दूरी बनाने में लगी है। इसका भी खामियाजा कविता पांडे को भुगतना पड़ा हो इससे इनकार नहीं किया जा सकता। कांग्रेस पार्टी ने इसके पहले सिद्धार्थ तिवारी राज को भी बागी बना डाला। उनका त्यौंथर से टिकट ही काट दिया गया था। इसके कारण उन्होंने कांग्रेस छोड़ भाजपा ज्वाइन कर लिया। अब यही स्थिति अमहिया की बेटी के साथ भी किया गया। कविता पांडे लंबे समय से टिकट के लिए संघर्ष कर रही हैं और जुझारू नेत्री भी हैं। उनकी पहुंच आम लोगों तक राजेंद्र शर्मा से अधिक है। फिर भी उनके नाम को दरकिनार किया गया। इसी बात से नाराज होकर कविता पांडे ने अपने सभी पदों से किनारा कर लिया है।

राजेंद्र शर्मा पहले भी लड़ चुके हैं चुनाव

कांग्रेस से जिस उम्मीदवार को रीवा से प्रत्याशी बनाया है। वह इंजीनियर राजेंद्र शर्मा 2008 में विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। इस चुनाव में उनकी बहुत ही बुरी हार हुई थी। सिर्फ 14126 वोट मिले थे। कांग्रेस तीसरे नंबर पर थी। डॉक्टर अब्दुल मुजीब खान बीएसपी से दूसरे नंबर में थे और राजेंद्र शुक्ला भारतीय जनता पार्टी से जीत हासिल किए थे। उन्हें कुल 43140 वोट मिले थे। ऐसे में एक हारे हुए प्रत्याशी को फिर से कांग्रेस ने मैदान में उतार कर भाजपा के राजेन्द्र शुक्ला को वॉक ओवर देने का काम किया है।