चौड़ीकरण में फंसी दुकान तोडऩे के दौरान कांग्रेस नेता का हंगामा, पुलिस ने हाथ-पैर पकड़ कर उठा ले गई

बुधवार को बोदाबाग में सड़क चौड़ीकरण में फंसी दो दुकानों को तोडऩे के दौरान कांग्रेस नेता ने पहुंच कर हंगामा किया। गलत तरीके से दुकान को तोडऩे का आरोप लगाते हुए काम रुकवा दिया। दो घंटे तक हंगामा किया। प्रशासन ने समझाने की कोशिश की, जब नहीं माने तो सख्ती बरती गई। कांग्रेस नेता को पुलिस ने जबरन हटाने की कोशिश की। हटने को तैयार नहीं हुए तो हाथ पैर पकड़कर उठाकर हटाया गया। सके बाद फिर दुकान तोडऩे की कार्रवाई शुरू की। इस मर्तबा दुकान को जमींदोज कर मलवा हटाने के बाद ही कार्रवाई रोकी गई।

दो घंटे तक कांग्रेस नेता ने किया हंगामा, कार्रवाई बंद करा दी थी
दुकान तोडऩे की कार्रवाई को गलत बता कर किया हंगामा
महापौर और कांग्रेस जिला अध्यक्ष भी मौके पर पहुंचे
रीवा। ज्ञात हो कि सुभाष चौराहा से नीम चौराहा तक की सड़क का चौड़ीकरण किया गया है। इस चौड़ीकरण में नीम चौराहा के पास शराब दुकान के सामने दो दुकानें भी फंस रहीं थी। इन दुकानों के भूस्वामी कोर्ट की शरण में पहुंच गए थे। कोर्ट से स्टे ले आए थे। इसके कारण दुकानों केा हटाया नहीं जा सका था। कोर्ट में प्रशासन ने पक्ष रखा। इसके बाद कोर्ट ने स्टे को खारिज कर दिया। स्टे खारिज होने के बाद नगर निगम ने सड़क चौड़ीकरण में बाधक बन रही दुकानों को जमींदोज करने की प्रक्रिया शुरू की। मंगलवार को पुलिस, प्रशासन और नगर निगम का अमला पहुंचा। सुबह से शाम तक दुकान को तोडऩे की प्रक्रिया चली। दो मंजिला दुकान का आधा ही हिस्सा पहले दिन तोड़ा जा सका। चैन माउंटेन मशीन नहीं आने के कारण कार्रवाई बीच में ही रोकनी पड़ी। इसके बाद बुधवार को फिर से दोपहर में कार्रवाई शुरू की गई। दुकान का शेष रह गया हिस्सा जैसे ही तोडऩे की कार्रवाई शुरू हुई। वैसे ही विवाद हो गया। कुछ ही देर पर मौके पर कांग्रेस नेता संदीप पटेल पहुंच गए। संदीप पटेल ने हंगामा खड़ा कर दिया। काम रुकवा दिया। संदीप पटेल के साथ और भी लोग मौजूद थे। कांग्रेस नेता प्रशासन और नगर निगम से नियमों की जानकारी मांगने लगे। उन्होंने दुकान तोडऩे की कार्रवाई का विरोध किया। करीब दो घंटे तक काम रुका रहा। इसके बाद पुलिस ने सख्ती दिखाई। कांग्रेस नेता को हटाने की कोशिश की गई लेकिन वह हटने को तेयार नहीं हुए। इसके बाद पुलिस ने उनके हाथ पैर पकड़े और टंगा कर दूर ले गए। बैरिगेटिंग के बाहर कर दिया। संदीप पटेल को हटाने के बाद दोबारा दुकानों को तोडऩे की कार्रवाई शुरू की गई।
बाद में महापौर और अध्यक्ष भी पहुंचे
संदीप पटेल के विरोध की जानकारी कांग्रेस के पदाधिकारियों को नहीं थी। सभी कांग्रेस कार्यालय में प्रेस कान्फ्रेंस में थे। जब कांग्रेस नेताओं को जानकारी हुई तो शाम को महापौर अजय मिश्रा बाबा, जिला अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा, सत्यनारायण शर्मा, गिरीश सिंह, पूर्व विधायक शीला त्यागी सहित अन्य भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने भी कार्रवाई पर आपत्ति जताई। उन्होंने दुकान तोड़े जाने का विरोध किया और कार्रवाई को गलत बताया। हालांकि कांग्रेस नेताओं के पहुंचने के बाद भी कार्रवाई नहीं रुकी।
देर शाम तक दुकान पूरी तरह से हो गई जमींदोज
विरोध बढ़ता देखकर नगर निगम के अहले ने दुकान तोडऩे की कार्रवाई तेज कर दी। कार्रवाई को दूसरे दिन के लिए नहीं छोडऩा चाहते थे। बुधवार की देर शाम तक दुकानों को पूरी तरह से जमींदोज कर दिया गया। इतना ही नहीं दुकान का मलवा भी हटा दिया गया। अब मौके पर दुकान के नाम पर कुछ भी शेष नहीं रह गया है। दुकान तोडऩे के बाद मौके से मलवा भी हटाने का काम जारी रहा। जब तक कार्रवाई चली तब तक पुलिस बल भी मौके पर डटा रहा।
यह तनाशाही है, अवैध हिस्सा बताकर पूरी दुकान गिरा दी
कंाग्रेस नेता संदीप पटेल का कहना है कि जमीन की 1994 की रजिस्ट्री है। 30 साल पहले का नक्शा पास है। नगर निगम कहता है कि जो नक्शा के अतिरिक्त निर्माण है। उसे तोड़ा जा रह है लेकिन मौके पर पूरा निर्माण गिराया जा रहा है। यहां पूरी तरह से तानाशाही चल रही है। प्रशासन कहता है कि मुझसे मतलब नहीं नगर निगम गिरा रहा है। नगर निगम कहता है कि जो अवैध हिस्सा है। वह गिरा रहे हैं। यदि जमीन की जरूरत थी तो नियमानुसार अधिग्रहित करना था। यह पूरी तरह से तानाशाही है।
नक्शे के विपरीत बनी थीं दुकानें
बोदाबाग मार्ग में यह दुकानें करहिया की तरफ जाने वाली सड़क के ठीक कोने में शराब दुकान के सामने बनी हुई थी। वार्ड क्रमांक 8 में बनी दुकान गुलाबकली साकेत एवं रमेश कुमार साकेत, अर्चना देवी निवासी नीम चौराहा की है।  नगर निगम का कहना है कि यह दुकानें अनाधिकृत रूप से मानचित्र के विरुद्ध बनाई गईं थी। इन दुकानों के कारण यातायात बाधित हो रहा था। इसी वजह से दुकानों को तोडऩे की कार्रवाई की गई है।