कांग्रेसियों की चालबाजी: पहले सहमति दी फिर सीसीटीवी बंद हुई तो शिकायत लेकर पहुंच गए

कांग्रेसी हर दिन कलेक्ट्रेट के पास शिकायत लेकर खड़े हो जाते हैं। ईवीएम स्ट्रांग रूम में लगे सीसीटीवी के बंद होते ही गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए चढ़ाई कर देते हैं। बुधवार को भी ऐसा ही हुआ। लेकिन इसमें पहले प्रत्याशियों के एजेंटों से सहमति ली गई फिर प्रशासन ने बैकअप का काम शुरू किया। ऐसे में सभी सीसीटीवी बंद हो गए थे। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे। सहमति देकर फिर कांग्रेसियों ने सीसीटीवी को मुद्दा बनाया और कलेक्ट्रेट पहुंच गए। शिकायत दर्ज कराई है।

कांग्रेसियों की चालबाजी: पहले सहमति दी फिर सीसीटीवी बंद हुई तो शिकायत लेकर पहुंच गए

रीवा।  ज्ञात हो कि विधानसभा चुनाव के बाद सभी मतदान केन्द्रों की ईवीएम इंजीनियरिंग कॉलेज में रखी गई है। स्ट्रांग रूम में कैद कर दिया गया है। इसकी निगरानी के लिए सीसीटीवी लगाया गया है। स्ट्रांग रूम में लगे सीसीटीवी से बाहर स्क्रीन लगाकर 24 घंटे अंदर के हालात दिखाए जा रहे हैं। इसके बाद भी कांग्रेस के प्रत्याशी सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रहे हैं। स्ट्रांग रूम की निगरानी के लिए सभी प्रत्याशियों के एजेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में ही पहरा दे रहे हैं। स्क्रीन पर नजर रखे हुए हैं। ईवीएम पर नजर रखने वाला सीसीटीवी कैमरा बार बार बंद हो रहा है। इसके कारण कांग्रेस जिला प्रशासन पर और दबाव डालने का मौका नहीं छोड़ रहा है। भाजपा पर ईवीएम बदलने की भी शंका जता रहे हैं। बुधवार को फिर एक बार ईवीएम स्ट्रांग रूम का सीसीटीवी बंद हो गया। जिला प्रशासन बैकअप दिलाने का काम कर रहा था। तभी सभी कैमरे बंद हो गए। सभी कैमरों को यूपीएस से बैकअप देने के बाद चालू कर दिया गया। सीसीटीवी बंद होने की जानकारी लगते ही सिरमौर और कांग्रेस प्रत्याशियों ने जिला प्रशासन पर चढ़ाई कर दी। ज्ञापन लेकर कलेक्ट्रेट पहुंच गए। जिला निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंप कर ईवीएम सुरक्षा में लगे सीसीटीवी कैमरे का लिंक उपलब्ध कराए जाने की मांग की है।
तीन मर्तबा हो चुका है ऐसा
इंजीनियरिंग कॉलेज में ईवीएम रखने के लिए स्ट्रांग रूम बनाया गया है। इसकी निगरानी के लिए अद्र्धसैनिक बलों को लगाया गया है। त्रिस्तीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सीसीटीवी कैमरा भी लगाया गया है। सीसीटीवी से ईवीएम की स्थिति से प्रत्याशियों के एजेंटों को लाइव अंदर का नजारा दिखाया जा रहा है। इसी सीसीटीवी के बंद और चालू होने पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। अब तक तीन मर्तबा सीसीटीवी बंद हो चुका है। इसे ही मुद्दा बनाया जा रहा है।


कांग्रेस प्रत्याशियों ने लगाए आरोप
बुधवार को तीसरी बार 1 घंटे 15 मिनट यानी 11 बजे से 12.15 बजे तक सीसीटीवी कैमरे बंद पाये गए। जिसको लेकर सिरमौर कांग्रेस प्रत्याशी रामगरीब बनवासी, मनगवां कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती बविता साकेत एवं अन्य सहयोगियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिला निर्वाचन अधिकारी के नाम आवेदन दिया गया। कांग्रेस प्रत्याशियों का आरोप है सत्ता पक्ष आठों विधानसभा हार रही है और गेम करने के लिए आये दिन सीसीटीवी कैमरे बंद कर रहे है। जिसके लिए कई बार प्रत्याशियों द्वारा जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती प्रतिभा पाल से बात कर चुके है लेकिन न ही ईवीएम की सुरक्षा की जा रही है। न ही सीसीटीवी में सुधार एवं लिंक उपलब्ध कराई जा रही है। वही पूर्व विधायक रामगरीब बनवासी ने कहा की किसी जिले में सीसीटीवी कैमरे बंद होने की शिकायत नहीं आई है लेकिन रीवा में आये दिन शिकायतें आ रही हैं।  जिसकी जानकारी नहीं दी जा रही है। जिसके लिए उन्होंने प्रशासन के कार्यप्रणाली पर शंका व्यक्त की तथा केन्द्रीय निर्वाचन आयोग के दिशानिर्देश के अनुसार कैमरों की लिंक एवं रिकार्डिंग उपलब्ध कराई जाने की मांग की है। ऐसा न करने पर आंदोलन के साथ साथ ईवीएम सुरक्षा में हो रही चूक को लेकर न्यायालय में जाने की बात कही है।
एजेंटों से सहमति के बाद किया गया था सुधार
अपर कलेक्टर शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों से पहले बात की गई थी। उनसे सहमति ली गई थी। सहमति मिलने के बाद ही ईवीएम स्ट्रांग रूम में लगे सीसीटीवी के कैमरों को बैकअप देने की कार्रवाई शुरू की गई थी। सभी को यूपीएस से जोड़ा जा रहा था। इसी दौरान सभी सीसीटीवी शटडाउन हो गए थे। यूपीएस से लिंक करने के बाद दोबारा सीसीटीवी चालू कर दिया गया। मौके पर सभी मौजूद थे। प्रतिनिधियों को अंदर स्ट्रांग रूम की स्थिति भी दिखाई गई थी। स्ट्रांग रूम में लगे सीसीटीवी को त्रिस्तरीय बैकअप में रखा गया है। बिजली, जनरेटर और यूपीएस से कनेक्शन रखा गया है। किसी तरह की ईवीएम से छेडख़ानी की गुंजाइश नहीं है। मतदान पत्रक और वीवीपैट की पर्ची भी मौजूद हैं। मतदान पत्रक में एक एक वोट की जानकारी अंकित है। ईवीएम और मतदान पत्रक में अंतर नहीं हो सकता।