कांग्रेस का कलेक्ट्रेट कूच: पुलिस ने रोका, पानी की बौछार छोड़ी और आंसू गैस के गोले दागे, फिर लाठियां भी भांजी

नीट परीक्षा में धांधली और नर्सिंग घोटाला को लेकर यूथ कांग्रेस के आह्वान पर रीवा में भी उग्र प्रदर्शन किया गया। सोमवार को कांग्रेसियों ने सिरमौर चौराहा से कलेक्ट्रेट कूच के लिए निकले। मार्तण्ड स्कूल क्रमांक 3 के सामने पुलिस ने बेरिकेटिंग कर रोक लिया। कांग्रेसी इसे पार नहीं कर पाए। पुलिस ने पानी की बौछार कर रोका। फिर भी नहीं मानें तो आंसू गैस के गोलू छोड़ गए। बात नहीं बनी तो लाठियां भांजनी पड़ी। एक सैकड़ा से अधिक कांग्रेसियों को गिरफ्तार भी किया गया। करीब दो घंटे तक हंगामा मचा रहा।

कांग्रेस का कलेक्ट्रेट कूच: पुलिस ने रोका, पानी की बौछार छोड़ी और आंसू गैस के गोले दागे, फिर लाठियां भी भांजी

करीब डेढ़ सैकड़ा कांग्रेसियों को गिरफ्तार किया गया
दो घंटे तक मचा रहा हंगामा, वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे
रीवा। सोमवार को यूथ कांग्रेस ने देश में हुए नीट परीक्षा में धांधली और प्रदेश में नर्सिंग घोटाला को लेकर प्रदर्शन किया। सोमवार को जनसभा का आयोजन किया गया। जनसभा में वरिष्ठ कांग्रेस नेता मौजूद शामिल हुए। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल, यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीबी, युकां के प्रदेश अध्यक्ष मितेन्द्र सिंह, महापौर अजय मिश्रा, पूर्व विधायक सुखेन्द्र सिंह बन्ना, कांग्रेस जिला अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा सहित अन्य कांग्रेसी मौजूद रहे। जनसभा को संबोधित करने के बाद नेताओं ने कलेक्ट्रेट कूच करने के लिए मोर्चा सम्हाला।

भारी भीड़ के साथ सिरमौर चौराहा से कलेक्ट्रेट की तरफ आगे बढ़े। भीड़ जैसे ही झिरिया के पास पहुंची। वैसे ही पुलिस ने मोर्चा सम्हाल लिया। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोडऩा शुरू कर दिया। पुलिस के आंसू गैस के गोले छोड़ते ही भगदड़ मचनी शुरू हुई। लुकाछुपी जैसा खेल घंटो चलता रहा। किसी तरह एक गाड़ी को कांग्रेसियों ने खींचते हुए बैरिकेटिंग के करीब पहुंचे। भीड़ जब बेरिकेटिंग के करीब पहुंची तो पुलिस ने इन पर पानी की बौछार भी की। पहले आंसू गैस के गोले छोड़ जा रहे थे फिर उन्हें राहत देने पानी की बौछार छोड़ी जा रही थी। कई घंटे तक यही खेल चलता रहा। इसी दौरान आंसू गैस के गोले से ही एक युवक घायल हो गया। उसका पैर ही फट गया।

इस घटना के बाद युवा कांग्रेसियों ने उग्र प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों के पथराव शुरू करने के बाद पुलिस ने भी लाठियां भांजनी शुरू कर दी। पुलिस युवकों को लट्ठ लेकर दौड़ाती और फिर वह भाग खड़े होते। फिर पथराव करते। यही खेल लंबे समय तक चलता रहा। फिर नेताओं की गिरफ्तारी से प्रदर्शन खत्म हुआ। पुलिस ने करीब डेढ़ सौ से अधिक नेताओं को गिरफ्तार किया।