पीएम मोदी के कार्यक्रम में काम करके बर्बाद हो गए ठेकेदार, खर्च हुए एक करोड़ और एक फूटी कौड़ी नहीं मिली

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम में काम करके रीवा के ठेकेदार फंस गए। कर्ज लेकर कार्यक्रम में काम किए। अब विभाग भुगतान नहीं कर रहा है। करीब एक करोड़ का भुगतान लटक गया है। अधिकारी भुगतान से हाथ खड़े कर रहे हैं। ठेकेदारों ने सीएम से गुहार लगाई है।

पीएम मोदी के कार्यक्रम में काम करके बर्बाद हो गए ठेकेदार, खर्च हुए एक करोड़ और एक फूटी कौड़ी नहीं मिली
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मुख्यमंत्री से ठेकेदारों ने भुगतान कराने के लिए लगाई गुहार
रीवा। ज्ञात हो कि अप्रैल महीने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रीवा आए थे। एसएएफ मैदान में भव्य आयोजन किया गया था। करोड़ों रुपए का टेंट लगाया गया था। तीन से चार लाख लोगों के बैठक व्यवस्था की गई थी। अस्थाई हैलीपैड बनाया गया था। एप्रोच रोड तैयार किया गया था। आंधी में पूरा टेंट गिर गया था। फिर उसे खड़ा कर नए सिरे से तैयार करने में रीवा के ठेकेदारों ने जान फूंक दी थी। बाहर से मजदूर लाकर दिन रात काम कराए थे। अब उसी की सजा उन्हें मिल रही है। इमानदारी से किए गए काम का अब भुगतान ही नहीं हो रहा है। आधा दर्जन ठेकेदारों के करीब एक करोड़ रुपए फंस गए हैं। इनका भुगतान ही पिछले चार से पांच महीने से नहीं हो रहा है। स्थानीय स्तर के अधिकारियों ने भुगतान करने से हाथ खड़ा कर दिया है। बजट न हीं आने का हवाला दे रहे हैं। जबकि यही स्थानीय अधिकारी पीएम मोदी के कार्यक्रम के दौरान ठेकेदारों ने दिन रात काम कराए थे। भुगतान फंसने से अब ठेकेदार सड़क पर आने की स्थिति में पहुंच गए हैं। लाखों रुपए के कर्जदार हो गए हैं। इनकी सुनवाई कहीं नहीं हो रही है। पीडब्लूडी और प्रशासनिक  अधिकारियों ने ठेकेदारों से काम लिया था। अब वह भी नहीं सुन रहे हैं। ऐसे में ठेकेदारों ने मुख्यमंत्री से भुगतान किए जाने की गुहार लगाई है।
ठेकेदारों ने सीएम को लिखा पत्र
रीवा के पांच ठेकेदारों ने सीएम को पत्र लिख है। पत्र में लिखा है कि पीएम नरेन्द्र मोदी 24 अप्रैल 2023 को रीवा दौरे पर आए थे। उनका कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में जिला प्रशासन के मार्गदर्शन एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के दिए निर्देश पर दिन रात कार्य करके सफल आयोजन में सहभागिता निभाई थी। इस काम का भुगतान ठेकेदारों को आज तक पीडब्लूडी विभाग से नहीं किया गया है। इसके कारण संविदाकार आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। सीएम से भुगतान कराए जाने की मांग की है।
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जाली, गड्डा आदि का काम किए थे। विभाग के अधिकारी बोल रहे हैं कि बजट ही भोपाल से नहीं आ रहा है। पीडब्लूडी के आर्डर पर सभी ने काम किया था। रोड बनाए थे। बैरिकेटिंग किए थे। पांच दिन लगातार काम किए थे। 7 लाख के करीब का बिल फंसा हुआ है। अब तक भुगतान नहीं हुआ है। आर्थिक स्थिति खराब हो गई है।
अम्बुज तिवारी
संविदाकार, पीडब्लूडी
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पीएम मोदी के कार्यक्रम में काम किए थे। 5 महीने से बुरी तरह से प्रभावित हैं। डेढ़ करोड़ के आसपास का बिल फंसा हुआ है। बैरिगेटिंग, जाली, टै्रक्टर होल करने के लिए लगे थे। टै्रक्टर वालों का साढ़े चार लाख रुपए बांकी है। लेबर बाहर से लेकर आए थे। आदमी के खाने तक की व्यवस्था जेब से किए थे। सभी अधिकारियों ने काम कराया था। अब कोई मदद नहीं कर रहा है।
अजय तिवारी
संविदाकार, पीडब्लूडी
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सभी ठेकेदारों ने पीएम मोदी के कार्यक्रम में काम किए थे। अप्रैल का भुगतान है। पांच महीने हो गया है। अब तक भुगतान नहीं किया गया। भुगतान नहीं होने से ठेकेदारों की स्थिति खराब है।
विवेक सिह
जानकी कंस्ट्रक्शन, रीवा