विद्युत विभाग के ठेकेदारों ने अधीक्षण यंत्री पर लगाए कमीशन मांगने के आरोप, आमरण अनशन की दी चेतावनी
विद्युत विभाग के ठेकेदारों ने अधीक्षण यंत्री पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कमीशन बिना कार्यादेश जारी नहीं करने के आरोप लगाए हैं। इसकी शिकायत मुख्य अभियंता से की है। इस मनमानी के खिलाफ ठेकेदार अब आमरण अनशन पर बैठेंगे।
सिविल शाखा में पदस्थ अधिकारी के खिलाफ ठेकेदारों ने खोला मोर्चा
रीवा। यह पूरा मामला सिविल शाखा का है। विद्युत विभाग के सिविल शाखा में इस कदर भ्रष्टाचार हावी है कि संविदाकारों ने खुलकर विरोध करना शुरू कर दिया है। लिखित में मुख्य अभियंता से शिकायत की है। शिकायत में कहा गया है कि अधीक्षण यंत्री सिविल सुजीत कुमार श्रीवास्तव सिविल वृत्त रीवा कार्यालय में व्यापक भ्रष्टाचार किया जा रहा है। बिना एडवांस कमीशन के आर्डर नहीं किया जाता। बिना कमीशन के बिल पास नहीं किया जाता है। अधीक्षण यंत्री के पास जाने पर उनके द्वारा धमकाया जाता है। कहा जाता है कि सरकारी कार्य रोकने पर थाना में एफआईआर दर्ज कराई जाएग। ब्लैक लिस्टेड करने की धमकी तक दी जाती है। अधीक्षण यंत्री की इस मनमानी से ठेकेदार निराश और हताश हो गए है। उन्होंने शिकायत में कहा है कि अधीक्षण यंत्री चहेते ठेकेदारों को ही काम देते हैं। अन्य के कार्यादेश को मनमानी तरीके से निरस्त कर देते हैं। यदि इसकी जानकारी आरटीआई से मांगी जाती है तो उपलब्ध नहीं कराई जाती है। अधीक्षण यंत्री के व्यवहार और कमीशनबाजी से दुखी होकर ठेकेदारों ने 11 मार्च से आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है। शिकायत करने वाले ठेकेदारों में मेसर्स आरके एस कान्स्ट्रक्शन रीवा, सुशील कुमार पाण्डेय, रणवीर सिंह, रूद्र कान्स्ट्रक्शन, मिश्रा हार्डवेयर, शिव कान्स्ट्रक्शन, सांई कृपा एसोसिएट सतना, नर्मदा कान्सट्रक्शन, अभिषेक पटेल सतना, नम्रता ट्रेडर्स सतना, नरोत्तम चतुर्वेदी सतना, श्री कान्स्ट्रक्शन सीधी, ए एंड ए कान्स्ट्रक्शन सीधी, मनोज कान्सट्रक्शन सीधी, अभिनव बिल्डर सिंगरौली, पीएल शाह कान्स्ट्रक्शन सिंगरौली शामिल हैं।