सहकारिता आयुक्त रिश्वत लेते पकड़ा गया, रिश्वत की रकम सुनकर चौंक जाएंगे
लोकायुक्त ने गुरुवार को एक बड़ी कार्रवाई की है। लोकसेवक को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। लोकायुक्त के चंगुल में सहकारिता उपायुक्त फंस गए। उन्हें 1 लाख 15 हजार रुपए लेते पकड़ा गया है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।
शाजापुर में लोकायुक्त ने की कार्रवाई
सहकारिता उपायुक्त को 1 लाख 15 हजार लेते पकड़ा
भोपाल। समर्थन मूल्य पर खरीदी के नाम पर सहकारिता उपायुक्त रिश्वत मांग रहे थे। जिले की समितियों से सहकारिता उपायुक्त एक रुपए प्रति क्विंटल के मान से रिश्वत ले रहे थे। सहकारिता उपायुक्त की रिश्वत खोरी से परेशान होकर जिले की पांच समितियों ने इसकी शिकायत लोकायुक्त से कर दी। लोकायुक्त के सामने फरियादी हरिदास वैष्णव और सहकारिता उपायुक्त के बीच हुई बातचीत की रिकार्डिंग भी प्रस्तुत की गई। शिकायत की जांच करने के बाद लोकायुक्त टीम उज्जैन ने शाजापुर उपायुक्त को पकडऩे की रणनीति तैयार की। शिकायतकर्ता को 1 लाख 15 हजार रुपए की राशि के साथ उपायुक्त आरसी जरिया के शहर के किला परिसर स्थित कार्यालय भेजा। जैसे ही उपायुक्त ने रिश्वत की रकम ली। वैसे ही लोकायुक्त उज्जैन ने रेड मार दी। उपायुक्त को रिश्वत की राशि के साथ रंगे हाथ धरदबोचा। उपायुक्त पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।
प्रति क्विंटल एक रुपए की रिश्वत मांग रहे थे उपायुक्त
डीएसपी लोकायुक्त राजेश पाठक ने बताया कि शाजापुर जिले की पांच समितियों के प्रबंधकों ने बताया सहकारिता उपायुक्त आर सी जरिया द्वारा समर्थन मूल्य पर शासकीय गेहूं की खरीदी पर प्रति एक क्विंटल पर एक रुपए की रिश्वत मांग कर रहे हैं। शिकायत मिलने पर हरिदास वैष्णव को शिकायतकर्ता बनाकर अन्य प्रबंधकों से लिखित में सहमति ले ली गई। शिकायत पर सहकारिता उपायुक्त को उनके कार्यालय से रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। इनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। लोकायुक्त पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया है।