3 लाख रिश्वत लेते पकड़ाए अफसर के नोएडा, गोरखपुर के घर में करोड़ों रुपए कैश मिले

सीबीआई ने एक रेलवे के अधिकारी को 3 लाख रुपए की रिश्वत लेते धरदबोचा। रिश्वत की कार्रवाई के बाद रेलवे अफसर के नोएड और गोरखपुर स्थित घरों की भी जांच की। यहां 2 करोड़ 61 लाख रुपए सिर्फ कैश बरामद हुआ। इतना रुपया देखकर सीबीआई टीम भी दंग रह गई। इन्हें गिनने के लिए मशीन लगानी पड़ी। अब सीबीआई रेलवे अफसर से पूछताछ करने में लगी है।

3 लाख रिश्वत लेते पकड़ाए अफसर के नोएडा, गोरखपुर के घर में करोड़ों रुपए कैश मिले
गोरखपुर और नोएडा से टीम ने 2.61 करोड़ रुपए कैश बरामद

 गोरखपुर। मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई ने गोरखपुर रेलवे में बड़ी ट्रैप की कार्रवाई की है। 3 लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़ गए रेलवे अधिकारी केसी जोशी 1988 बैच के इंडियन रेलवे स्टोर सर्विस के अधिकारी है। वर्तमान में वह एनई रेलवे गोरखपुर में चीफ प्रिंसिपल मैटीरियल मैनेजर के पद पर पदस्थ हैं। सीबीआई की इस कार्रवाई से एनई रेलवे मुख्यालय में हड़कंप मचा गया। जीएम दफ्तर से लेकर अन्य सभी विभागों में इस कार्रवाई से अधिकारियों के होश उड़े रहे। सभी डरे हुए थे। इस मामले में रेलवे के अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। सीबीआई ने पकड़े गए रेलवे अधिकारी के कंप्यूटर और हार्ड डिस्क जब्त कर लिया हे। एक टीम अभी भी गोरखपुर में डेरा डाले हुए है। बुधवार को सीबीआई केसी जोशी को लखनऊ लेकर पहुंची। टीम जल्द ही पकड़े गए रेलवे अधिकारी को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश करेगी। सीबीआई जोशी को रिमांड पर लेने की तैयारी है। अभी तक कीपूछताछ में सीबीआई को कहीं अहम और चौकाने वाले सबूत मिले हैं।
 फर्म के प्रोपराइटर से मांगे थे 7 लाख
गोरखपुर के अलहदादपुर के रहने वाले प्रणव त्रिपाठी 'सूक्ति एसोसिएट फर्म के प्रोपराइटर है। उनकी फर्म जेम पोर्टल पर रजिस्टर्ड है।  प्रणव को जनवरी महीने में एनई रेलवे में तीन ट्रक की सप्लाई का टेंडर जेम पोर्टल के जरिए मिला था। इसका उन्हें प्रतिमाह 80 हजार रुपए प्रति ट्रक भुगतान होना था। उन्होंने 7 सितंबर को सीबीआई के  एसीबी विंग के एसपी से की गई शिकायत में कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे में प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक केसी जोशी ने धमकी दी कि अगर उसने 7 लाख रुपए रिश्वत नहीं दी, तो उसका टेंडर जेम पोर्टल से निरस्त करा देंगे। रेलवे में चल रहे पुराने काम को भी निरस्त करने की धमकी दी थी। इसी के बाद प्रोपराइटर ने शिकायत दर्ज कराई।
पहले सीबीआई के लोग ठेकेदार बन कर गए
ट्रैप कार्रवाई के पहले सीबीआई की टीम ठेकेदार बन कर केसी जोशी के पास गई। ठेका की बात की गई। केसी जोशी ने उन्हें भी कमीशन देने पर ही ठेका देने की बात कही। इसके बाद ही सीबीआई ने उसकी गिरफ्तारी का प्लान बनाया। सीबीआईके कहने पर प्रणव ने अपने कर्मचारी के जरिए रिश्वत के 3 लाख रुपए केसी जोशी के सरकारी बंगले पर भेजे। जैसे ही उसने रिश्वत की रकम ली तभी सीबीआई ने उन्हें रंगे हाथ धरदबोचा।
घरों पर भी की छापेमारी
ट्रैप की कार्रवाई के बाद सीबीआई की टीम ने केसी जोशी के दफ्तर समेत गोरखपुर और नोएडा स्थित आवास पर भी छानबीन की। सीबीआई को उनका नोएडा के सेक्टर 50 में एक घर का पता चला। जहां वे परिवार संग रहते हैं। इसके बाद सीबीआई की टीम ने वहां भी छापेमारी की। गोरखपुर और नोएडा से टीम ने 2.61 करोड़ रुपए कैश भी बरामद किया।