कृष्णा ऑडिटोरियम में राजन महाराज की कथा सुनने उमड़ रही भक्तों की भीड़

राजन महाराज की रामकथा के दूसरे दिन राजा राम के जयकारों से कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम सभागार गूंज उठा। कथा का श्रवण करने के लिए हजारों की संख्या में भक्तगण पहुंचे। वहीं रीवा मेयर अजय मिश्रा बाबा भी रामकथा सुनने के लिए पहुंचे।

कृष्णा ऑडिटोरियम में राजन महाराज की कथा सुनने उमड़ रही भक्तों की भीड़

हमारी निष्ठा ही समाज में हमको प्रतिष्ठा दिलाती है: राजन महाराज
REWA। हमारी निष्ठा ही समाज में हमको प्रतिष्ठा दिलाती है।  निष्ठा अपरिवर्तनीय होनी चाहिए जिससे हमारी प्रतिष्ठा बनी रहे। कथा में उन्होंने शिव बारात के प्रसंग को भक्तों को सुनाया। उन्होंने कहा कि हमारे शिव ही जोगी हैं। अग्नि के पास बर्फ जाए तो वह जाने मात्र से ही समाप्त हो जाएगा। यह अग्नि की नहीं बल्कि बर्फ की गलती है।
उक्त बातें कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम में चलरहे कथा का श्रवण कराते हुए राजन महाराज ने कही।  राजन महाराज कथा का श्रवण कराते हुए भक्तों को बताया कि शिव में श्रद्धा रखने वाले ही राम कथा सुनने के अधिकारी होंगे। जीवन में विरोध से ऊपर उठिए,

विरोध जीवन में अवरोध उत्पन्न करता है। राम से जुडऩे के लिए शिव की भक्ति आवश्यक है। कथा में उन्होंने शिव बारात के बारे में भक्तों को बताया और कहा कि भगवान शिव भभूति व भूत पिशाचों के साथ पार्वती का विवाह करने राजा हिमांचल के यहां पहुंच गए थे। उन्होंने कहा कि जीवन में ईश्वर से कुछ मांगने की इच्छा हो तो धन संपदा नहीं बल्कि उनकी भक्ति को ही मांग लें। जैसे घर्षण से अग्नि उत्पन्न होती है वैसे ही आराध्य की भक्ति में उनके श्रीचरणों के वशीभूत होकर उनके साथ प्रेम का घर्षण करते हैं तो वे अग्नि की तरह हमारे समक्ष प्रकट होकर जगत को आलोकित करने के साथ ही विश्व का कल्याण करते हैं।

भगवान शिव की विवाह कथा का विस्तार से वर्णन राजन महाराज ने किया। कथा में राम जन्मोत्सव का भी वर्णन महाराज के द्वारा किया गया। इस दौरान उन्होंने एक से बढ़कर एक सोहर गीत की प्रस्तुति दी। कथा में भक्तों ने राम जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया। इस दौरान उन्होंने एक से बढ़कर एक सोहर गीत की प्रस्तुति दी। कथा में भक्तों ने राम जन्मोत्सव को बड़े ही धूमधाम से मनाया। नाच गाकर एक दूसरे को मिठाई बांटी।