देवतालाब मंदिर में करंट मामला: विद्युत विभाग के इस अधिकारी को मिली इसकी सजा

देवतालाब मंदिर में करंट उतरने के मामले में मऊगंज डीई ओपी द्विवेदी नप गए। उनका स्थानांतरण मऊगंज कर दिया गया। इस पूरी घटना में विद्युत विभाग की ही लापरवाही मानी जा रही थी। विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण ही दर्जनों लोग करंट की चपेट में आए थे। एक बड़ी घटना होने से टल गई थी।

देवतालाब मंदिर में करंट मामला: विद्युत विभाग के इस अधिकारी को मिली इसकी सजा
file photo devtalab Mandir

रीवा। ज्ञात हो कि सावन सोमवार के दिन देवतालाब में हड़कंप मच गया था। करंट फैल गया था। दर्जनों श्रद्धालु चपेट में आ गए थे। मंदिर परिसर से होकर गुजरी मेन लाइन टूट कर रेलिंग में जा गिरी थी। इसकी चपेट में करीब तीन दर्जन से अधिक श्रद्धालु आ गए थे। रेलिंग और जाली को पकड़ कर जितने भी श्रद्धालु खड़े थे। सभी को करंट का जोरदार झटका लगा था। इसमें महिलाएं सबसे अधिक थी। घटना ने पूरे जिले में हड़कंप मचा दिया था। आनन फानन में मौके पर जिलेभर के अधिकारी पहुंच गए थे। करंट में चपेट में आए लोगों को इलाज के लिए 108 एम्बुलेंस व प्राइवेट, सरकारी व्हीकल से अस्पताल भिजवाया गया था। संजय गांधी अस्पताल, ढेरा, मऊगंज, नईगढ़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस घटना में किसी की जान तो नहीं गई थी लेकिन विद्युत विभाग की लापरवाही उजागर हो गई थी। इसी लापरवाही पर मऊगंज के कार्यपालन अभियंता ओपी द्विवेदी पर गाज गिरी है। उनका स्थानांतरण कर दिया गया है। घटना के दो दिन के अंदर ही हटाने की कार्रवाई हो गए। उन्हें मऊगंज से टीकमगढ़ भेज दिया गया है। वहीं ओपी द्विवेदी की जगह पर जबलपुर से सुशांत सोनल ईई एमटी जबलपुर डिवीजन को मऊगंज पदस्थ किया गया है। सुशांत को कार्यपालन अभियंता का प्रभार सौंपा गया है। यह आदेश सीजीएम मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने जारी किया है। ओपी द्विवेदी जहां भी रहे विवादित ही रहे। ओपी द्विवेदी मऊगंज में जब तक रहे, यहां की विद्युत व्यवस्था बेहतर नहीं कर पाए।