नीट पीजी के लिए कट ऑफ को शून्य कर दिया गया
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन मेडिकल काउंसिल कमेटी ने बुधवार को नीट पीजी ऑल इंडिया लेवल काउंसलिंग के लिए कट ऑफ परसेंटाइल को शून्य कर दिया है। इसका सीधा मतलब यह है कि अब नीट पीजी की परीक्षा देने वाला हर अभ्यर्थी काउंसलिंग में शामिल हो सकेगा।
भोपाल। इससे पहले तक निर्धारित न्यूनतम स्कोर वाले अभ्यर्थी को ही काउंसलिंग में शामिल होने की अनुमति थी। लेकिन अब इस नियम को एमसीसी ने बदल दिया है। एमसीसी द्वारा जारी एक नोटिस में कहा गया है कि उम्मीदवारों को यह जानकारी दी जाती है कि नीट पीजी काउंसलिंग 2023 के लिए पीजी कोर्स (मेडिकल/डेंटल) के लिए क्वालीफाइंग परसेंटाइल को सभी श्रेणियों में शून्य कर दिया गया है। नोटिस जारी होने के बाद, पीजी काउंसलिंग के राउंड-3 के लिए नए पंजीकरण और विकल्प भरने को उम्मीदवारों के लिए फिर से खोला जाएगा। जो मेडिकल अभ्यर्थी परसेंटाइल में कमी के बाद पात्र हो गए हैं, उन्हें स्नातकोत्तर परीक्षा के लिए पंजीकरण करने का फिर से अवसर मिलेगा। इस बीच, जो उम्मीदवार पहले से पंजीकृत हैं उन्हें भी अपनी पसंद संपादित करने की अनुमति दी जाएगी। पीजी काउंसलिंग के लिए राउंड-3 से आगे का नया शेड्यूल जल्द ही एमसीसी वेबसाइट पर डाला जाएगा।
आईएमए ने की थी कटौती की मांग
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) व फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोरडा) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को पत्र लिखकर कट-ऑफ प्रतिशत में 30 प्रतिशत तक की कमी करने की मांग की थी, ताकि अधिकांश सीटें क्लिनिकल और गैर-क्लिनिकल दोनों शाखाओं में भरी जा सकें। फोरडा ने कहा था कि कट-ऑफ कम करके, यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि बड़ी संख्या में योग्य उम्मीदवारों को इन रिक्त सीटों को भरने का अवसर दिया जाए। *