रीवा में मधुमक्खियों पर मंडराया खतरा, अचानक होने लगी इनकी मौत जानिए वजह
रीवा में मधुमक्खियों पर खतरा मंडराने लगा है। अचानक इनकी मौत होने लगी है। जंगलों में इनके छत्ते नष्ट हो रहे हैं। मधुमक्खियां बड़ी संख्या में मृत मिली हैं। इसके पीछे वजह शुष्कता और भीषण गर्मी मानी जा रही है। छत्तों के आसपास नमी खत्म हो गई है। इसके करण छत्ते भी टूट कर गिर रहे हैं। इन्हें बचाने की कोशिश देर से ही सही लेकिन शुरू कर दी है। वाटर होल में पानी भरा जा रहा है।
अतरैला के जंगलों में मरी मिली मधुमक्खियां
रीवा। भीषण गर्मी से सिर्फ इंसान और जानवर ही नहीं परेशान हैं। इसका असर पक्षियों और कीट पतंगों पर भी पड़ रहा है। कीट पतंगे भी मर रहे हैं। इनमें मधुमक्खियां ही खतरे में आ गई है। गर्मी के कारण इनके निवास स्थलों की नमीं ही खत्म हो गई है। पत्थर, चट्टान और पहाड़ तप रहे हंै। इसके कारण मधुमक्खियों की मौत हो रही है। इन्हें बचाने के लिए वन विभाग ने प्रयास शुरू कर दिया है।
जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पहले अतरैला वन परिक्षेत्र अंतर्गत ओबरी बीट के वन परिक्षेत्र में गश्त के दौरान कृष्णकांत दाहिया, वनरक्षक बीटगार्ड ने कई मधुमक्खियों को मरा हुआ पाया था। यह वही क्षेत्र है जहां पिछले साल तक कई मधुमक्खियों के छत्ते हुआ करते थे। अब सब खत्म हो गए हैं। इसके पीछे वजह गर्मी बताई जा रही है। अत्यधिक गर्मी के कारण मधुमक्खियों के छत्ते नष्ट हो गए हैं। मधुमक्खियां मर रही हैं। मधुमक्खियों को बचाने के लिए हालांकि वन विभाग ने प्रयास शुरू किया है। वन परिक्षेत्र अधिकारी अतरैला शुभम दुबे के निर्देशानुसार बीटगार्ड कृष्णकांत दाहिया ने समिति सदस्यों के साथ मिलकर स्थल के आसपास स्थित वॉटर होल्स में पानी भरवाने का काम किया है। उम्मीद है कि इससे नमी वापस लौटेगी और मधमक्खियों को राहत मिलेगी।