शाम को संजय गांधी अस्पताल अचानक पहुंचे डीन और अधीक्षक, मचा हड़कंप जानिए क्या थी वजह

सेंट्रल पैथालॉजी को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल से एसजीएमएच में शिफ्ट किया जाना है। मेडिसिन स्टोर में शिफ्ट करने की तैयारी है। शिफ्टिंग को लेकर गुरुवार को डीन और अधीक्षक ने स्थल का निरीक्षण किया। ठेकेदार को निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।

शाम को संजय गांधी अस्पताल अचानक पहुंचे डीन और अधीक्षक, मचा हड़कंप जानिए क्या थी वजह

सेंट्रल पैथालॉजी को संजय गांधी अस्पताल में शिफ्ट किय जाएगा
मेडिसिन स्टोर को बेसमेंट में ले जाने की है तैयारी
रीवा। ज्ञात हो कि डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला कुछ महीने पहले सुपर स्पेशलिटी के निरीक्षण के दौरान सेंट्रल पैथालॉजी को बड़ी जगह पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। डिप्टी सीएम के निर्देश के बाद सेंट्रल पैथालॉजी के लिए मेडिसिन स्टोर को चयनित किया गया था। वहीं मेडिसिन स्टोर को बेसमेंट में ले जाने पर सहमति बनी थी। कार्यकारणी की बैठक में भी सीएमई ने शिफ्टिंग के निर्देश दिए थे। यह सारी कवायद जल्द पूरी करनी है। यही वजह है कि सेंट्रल पैथालॉजी की शिफ्टिंग को लेकर गुरुवार को डीन डॉ सुनील कुमार अग्रवाल और अधीक्षक डॉ राहुल मिश्रा ने संजय गांधी अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने सबसे पहले मेडिसिन स्टोर में पहुंच कर मौके का निरीक्षण किया। इसके बाद बेसमेंट में चले रहे निर्माण कार्यों का अवलोकन भी किया। साथ में निर्माण कार्य करने वाला ठेकेदार भी था। ठेकेदार ने राशि नहीं मिलने पर काम धीमा कर दिया था। इसके कारण से मेडिसिन स्टोर के लिए बनाए जा रहे कक्ष के तैयार होने में देरी हुई। डीन ने ठेकेदार को जल्द से जल्द कार्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही रुके हुए सारे भुगतान को निराकृत करने का भी आश्वासन दिया है। निरीक्षण के दौरान डीन और अधीक्षक के अलावा डॉ अवतार सिंह, सहायक अस्पताल प्रबंधक रवि सिंह बघेल, एलाइजल के कार्यकारी प्रबंधक पीयूष शुक्ला, प्रशांत पाण्डेय, मेडिसिन स्टोर प्रभारी प्रवीण उपाध्याय, सीएसओ देवेन्द्र शुक्ला आदि मौजूद रहे।
यह भी समस्या है सामने
सेंट्रल पैथलॉजी को शिफ्ट करने के लिए करीब 10 हजार स्क्वेयर फीट की जरूरत है। मेडिसिन स्टोर के अलावा अन्य कोई जगह भी नहीं है। वहीं बेसमेंट में जिस पीडब्लूडी के स्टोर में मेडिसिन स्टोर को शिफ्ट किया जा रह है, वहां पर सीपेज की समस्या है। ऐसे में इस जगह में दवाइयों का भंडारण करना भी खतरे से खाली नहीं है। दवाइयों के खराब होने के चांस भी बढ़ जाएंगे। सेंट्रल पैथालॉजी को जल्द से जल्द शिफ्ट किया जाना है। यही वजह है कि बेसमेंट के स्टोर को दुरुस्त कराया जा रहा है। जिससे सीपेज जैसी समस्या से छुटकारा मिल सके।