दीपू भाई पटाखा वाला के चार ठिकानों पर दबिश देते ही उठा सीने में दर्द, अस्पताल में भर्ती

रीवा में दीपू भाई पटाखा वाले के चार ठिकानों पर जीएसटी की दबिश से हडकंप मच गया है। दीपावली का त्योहार अगले महीने है और गोदाम सारे फुल हैं। ऐसे में कार्रवाई से भांडाफूटना तय है। इसीलिए जीएसटी की कार्रवाई शुरू होते ही संचालक कुलदीप गुप्ता के दिल में दर्द उठ गया। उन्हें सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती किया गया है। उनके शहर में चार गोदाम और घर में पटाखा भरा पड़ा है। इन सभी जगह पर एक साथ कार्रवाई चल रही है। आगे की कार्रवाई कल से शुरू होगी।

दीपू भाई पटाखा वाला के चार ठिकानों पर दबिश देते ही उठा सीने में दर्द, अस्पताल में भर्ती
दीपू भाई पटाखा वाला के यहां दबिश

रीवा। गुरुवार की दोपहर 2:00 बजे सतना जीएसटी की टीम ने रीवा में छापामार कार्रवाई की। दीपू भाई पटाखा वाले (केजी ट्रेडर्स) के चार गोदाम में एक साथ कार्रवाई शुरू की गई। इनके चार जगह पर पटाखा के गोदाम है। घर में भी यह गोदाम बनाकर रखे है। यह पटाखा के थोक व्यापारी भी हैं। करोड़ों रुपए का माल खरीदने और सप्लाई करते हैं। बाहर से इनका माल आता है। इनका अधिकांश काम कच्चे बिल पर होता है। इसी की जानकारी मिलने पर जीएसटी की टीम ने दबिश दी। मैदानी, चिरहुला में गोदाम है। घोघर में घर और गोदाम दोनों है। इन्हीं चारों जगह पर कार्रवाई शुरू की गई कार्रवाई शुरू होने के कुछ देर बाद ही कुलदीप को झटका लग गया।  सीने में दर्द की शिकायत करने के बाद कुलदीप को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां जांच में गंभीर बीमारी सामने नहीं आई है। उनके साथ टीम के अधिकारी भी अस्पताल गए हुए थे। फिलहाल कुलदीप का इलाज सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में चल रहा है। करवाई रोक दी गई है। आगे की कार्रवाई शुक्रवार से फिर शुरू की जाएगी। गोदाम और घर में रखें पटाखा को सील कर दिया गया है।

टीम में यह अधिकारी है शामिल 

कार्रवाई डिप्टी कमिश्नर उमेश त्रिपाठी जीएसटी एईबी  विंग सतना के नेतृत्व में चली। इस कार्रवाई में सहायक आयुक्त अभिनव त्रिपाठी, नवीन दुबे, राज्य कर अधिकारी विकास अग्रवाल, विजय पांडे इंस्पेक्टर मनीष शर्मा, अनिल बनाफर, वीरेंद्र निगम, मृत्युंजय तिवारी, हेमंत, प्रमोद, संजीव त्रिपाठी शामिल रहे। इसके अलावा पुलिस बल भी मौजूद था।

इसलिए दी गई दबिश

जीएसटी एईबी विंग को जानकारी मिली थी कि दीपू भाई पटाखा वाले अधिकांश काम कच्चे बिल पर कर रहे हैं।  रिटर्न फाइल करने में भी गड़बड़ी कर रहे हैं। सही ढंग से टर्नओवर नहीं दिखा रहे हैं। टर्नओवर कम दिखाया जा रहा है। इसी शक पर इनके ठिकानों पर दबिश दी गई है। स्टॉक मिलान के बाद ही वास्तविक स्थिति सामने आ पाएगी। तबीयत खराब होने के कारण कार्रवाई रोक दी गई है। अगले दिन से फिर कार्रवाई शुरू की जाएगी।