डेंगू ने तोड़ दिया रिकार्ड, संजय गांधी अस्पताल में मरीजों की आई बाढ़, डाटा कर देंगे हैरान
डेंगू ने हर घर में दस्तक देना शुरू कर दिया है। डेंगू विकराल होता जा रहा है। रीवा ही नहीं आसपास के जिलों से भी संजय गांधी अस्पताल में मरीज पहुंच रहे हैं। डेंगू के मरीजों से अस्पताल पट गया है। डेंगू की रोकथाम के लिए जिला मलेरिया विभाग ने समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया। इसका खामियाजा लोगों को उठाना पड़ रहा है। हालात बुरे हो गए हैं। 10 अक्टूबर तक में संजय गांधी अस्पताल में 105 डेंगू के मरीज डायग्नोस हुए हैं। इसमें से 33 को भर्ती किया गया था।
एक महीने में 105 डेंगू के मरीज आए सामने, 10 अक्टूबर तक 33 भर्ती हुए
अभी तेजी से बढ़ रहे हैं मरीज, बाहर से आने वाले ज्यादा प्रभावित
रीवा। बारिश थमते ही अब डेंगू का प्रकोप बढ़ गया है। तेजी से मरीज सामने आ रहे हैं। संजय गांधी अस्पताल में हर दिन एक दर्जन मरीज डेंगू के पहुंच रहे हैं। इसमें सबसे अधिक मरीज वह है जो दूसरे शहरों में रह कर पढ़ाई करते हैं या फिर नौकर कर रहे हैं। वर्तमान में दिवाली की छुट्टी में घर आए ऐसे लोगों में डेंगू के लक्षण सामने आ रहे हैं। इन्हें इलाज के लिए संजय गांधी अस्पताल और प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है। संजय गांधी अस्पताल के मेडिसिन वार्ड में डेंगू के कई दर्जन मरीज भर्ती हैं। इन सभी का इलाज जारी है। यदि आंकड़ों की बात करेें तो सितंबर में करीब 68 मरीज डायग्नोस हुए थे। इसी तरह 10 अक्टूबर तक एसजीएमएच की ओपीडी में 72 मरीज सामने आए थे। इसी तरह 33 मरीज अस्पताल में भर्ती हुए थे। लगातार इनकी संख्या बढ़ती जा रही है। शहर से लेकर गांव तक डेेंगू ने पैर पसार लिए हैं। डेंगू के लक्षण की पहचान नहीं होने पर कई मरीज गांवों में झोलाछाप डॉक्टरों के चक्कर में फंस रहे हैं। झोलाछाप डॉक्टरों के चक्कर में ही पड़ कर कई दिनों तक मरीज इलाज कराते हैं। इसके बाद जब हालत खराब हो जाती है तो फिर संजय गांधी अस्पताल पहुंच रहे हैं।
मलेरिया विभाग की लापरवाही आई सामने
डेंगू के बढ़ते मामलों पर रोक लगाने में मलेरिया विभाग फेल रहा। मलेरिया विभाग को डेंगू की रोकथाम के लिए लार्वा का सर्वे करना था लेकिन समय पर सर्वे कार्य नहीं किया गया। इसके कारण ही घर घर डेंगू की खतरनाथ बीमारी पहुंच रही है।
डेंगू के लक्षण
- शरीर में ऐंठन के साथ दर्द।
- लगातार बुखार आना।
- प्लेटलेस्ट का तेजी से डाउन होना।
- मतली और उल्टी
- थकान और बेचैनी आना
- त्वचा पर लाल चकत्ते आना।
- मांसपेशियों में सूजन।
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इस वजह से होता है डेंगू
डेंगू एक मच्छर जनित बीमारी है। डेंगू मादा एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर साफ और रुके हुए पानी में पैदा होते हैं। डेंगू के मच्छर दिन में ज्यादा काटते हैं। घरों में रुके हुए पानी में यह मच्छर पलते हैं।
बचने के लिए यह करें उपाय
डेंगू से बचने के लिए घर में मच्छर दानी लगाकर रखे। फूल शर्ट के कपड़े पहनें। घर के आसपास पानी जमा न होने दें। घर में कूलर आदि की समय समय पर सफाई कराएं। दवाइयों का छिड़कांव करें। किसी तरह का लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
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डेंगू के मरीजों की संख्या बड़ी है। अधिक संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। डेंगू मच्छर के काटने से फैलता है। यह ठहरे हुए साफ पानी में पनपता है। घर में या आसपास सफाई रखें। मच्छर को पनपने न दें। किसी तरह के लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
डॉ मनोज इंदूलकर, मेडिसिन विशेषज्ञ
संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय, रीवा